अगर भगवान और भाजपा चाहेगा, तो मैं मंत्री बनने के लिए तैयार हूं : ईश्वर साहू
रायपुर। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के सबसे चर्चित प्रत्याशी रहे ईश्वर साहू चुनाव जीतकर विधायक बन चुके हैं। विधायक बनते ही उनके जीवन में बहुत बड़ा परिवर्तन आ चुका है। कभी रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पालने वाले ईश्वर साहू सुरक्षाकर्मियों से घिरे नज़र आ रहे हैं। इतना ही नहीं, अब उनके चाहने वाले उन्हें मंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 54 विधायकों में सबसे चर्चित साजा विधायक ईश्वर साहू को सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया है। उन्हें एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इस सुरक्षा के पीछे ईश्वर साहू और उनके परिवार पर थ्रेट को वजह बताया जा रहा है। ईश्वर साहू का परिवार साजा के बिरनपुर में हिंसा का शिकार है। बताया जा रहा है कि उनके हर दिन दहशत और धमकियों में गुजार रहे हैं। बिरनपुर हिंसा में अपने जवान बेटे को खोने वाले ईश्वर साहू के घर मातम खत्म नहीं हुआ था कि अब उनके विधायक बनने की खुशियां मनाई जा रही हैं। उनके गांव और साहू समाज के लोगों ने ईश्वर साहू को विष्णुदेव साय सरकार में मंत्री बनाने की मांग की है। एक यूट्यूबर को दिए साक्षात्कार में मंत्री बनने के सवाल पर दिए गए जवाब ने ईश्वर साहू ने बड़ा ही रोचक जवाब दिया है। ईश्वर साहू का कहना है कि मुझे पता नहीं था कि मै राजनीति में आऊंगा और चुनाव जीतूंगा। अब राजनीति के मैदान में आ चुका हूं, तो अगर भगवान और भाजपा संगठन चाहेगा,तो मंत्री पद भी मुझे स्वीकार होगा। गैर- राजनीतिक पृष्ठभूमि से आने वाले ने ईश्वर साहू सात बार के विधायक और भूपेश बघेल सरकार के दिग्गज मंत्री रविन्द्र चौबे को 5 हजार 196 वोटों के अंतर से हारकर साजा विधानसभा से चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। रविन्द्र चौबे ने छत्तीसगढ़ सरकार में कृषि, पंचायत और संसदीय मंत्री रहते हुए चुनाव लड़ा था, वहीं पांचवी तक की पढ़ाई करने वाले 42 वर्षीय ईश्वर साहू खेतिहर मजदूर है। चुनाव लड़ने से पूर्व तक वह अपने जीवनयापन के लिए नागपुर में सब्जी बेचने और रिक्शा चलाने का काम कर रहे थे।