तीन दिवसीय रायपुर आरोग्य मेले का स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने किया उद्घाटन

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रायपुर । पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित 3 दिवसीय रायपुर आरोग्य मेले का आज शुक्रवार को उद्घाटन छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया। कृषि मंडपम , इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में 28 से 30 जून तक यह आरोग्य मेला आयोजित किया गया है । उद्घाटन समारोह के कार्यक्रम में कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, आयुष निदेशालय, छत्तीसगढ़ के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील कुमार दास,डीन डॉ. जी. के. दास, छत्तीसगढ़ चैप्टर पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन शंकर बजाज, निदेशक सुश्री मिली दुबे शामिल रहे ।


इस कार्यक्रम का उद्देश्य आयुष, आयुर्वेद, जैविक उत्पाद, यूनानी, सिद्ध, हर्बल, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, कोल्ड चेन, उद्योग और कोल्ड सप्लाई चेन नेटवर्क पर ध्यान केंद्रित करना है, जिसका उद्देश्य निवेश और व्यापार के अवसरों को बढ़ाना है। यह विभिन्न हितधारकों, उद्योग, शैक्षणिक और नीति एजेंसियों को एक सामान्य मंच पर लाकर योजनाओं और प्रोत्साहनों, बाजार विकास प्रक्रियाओं, विकास और प्रबंधन प्रथाओं, बहु-मॉडल परिवहन सुविधाओं, और संबंधित वस्तुओं पर राज्य और केंद्रीय सरकारों के साथ संवाद स्थापित करने का एक मंच प्रदान करेगा।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आरोग्य मेले में आयुष पवेलियन का दौरा किया और कार्यक्रम के दौरान सभी उपस्थित लोगों के लिए 3 दिनों के नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच और नि:शुल्क औषधि वितरण का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी, सिद्ध और औषधीय पौधों के डॉक्टरों से नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं । उन्होंने छत्तीसगढ़ के स्टार्टअप्स के स्टॉल्स का भी दौरा किया, जो छत्तीसगढ़ में बने विभिन्न आयुष उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। उद्घाटन समारोह के दौरान मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आयुष मंत्रालय, भारत सरकार और पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री को इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें नियमित अंतराल पर और अधिक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया। मंत्री श्री जायसवाल ने चरक, सुश्रुत और पतंजलि जैसे महान ऐतिहासिक ऋषियों का उल्लेख किया, जिन्होंने आयुर्वेद और आयुष क्षेत्र में अत्यधिक योगदान दिया है।
श्री जायसवाल ने दैनिक खाद्य पदार्थों जैसे हल्दी, गोल मिर्च, जायफल, बाजरा आदि में आयुर्वेदिक उत्पादों के उपयोग का उल्लेख किया और दैनिक जीवन में इन चीजों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए ऋषियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे आयुर्वेद भारत से पूरी दुनिया में पहुँच रहा है और दुनिया भर के लोग दोनों हाथों से आयुर्वेद को अपना रहे हैं। उन्होंने कह की हमें विभिन्न देशों में आयुष और आयुष उत्पादों को दृढ़ता से बढ़ावा देने और बड़े जैविक और पोषक अंतर्राष्ट्रीय बाजारों का लाभ उठाने की आवश्यकता है।
कुलपति गिरीश चंदेल ने भी स्वच्छ भोजन खाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में उत्पन्न चावल में कई औषधीय गुण और विशेषताएं हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह राज्य में बाजरा और जैविक खेती को प्रोत्साहित करेंगे। चेयरमैन शंकर बजाज ने मुख्य अतिथि श्याम बिहारी जायसवाल का स्वागत किया और उन्हें 3 दिवसीय कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। निदेशक सुश्री मिली दुबे ने स्वागत और धन्यवाद नोट प्रस्तुत किया और स्मृति चिन्ह और फूलों के गुलदस्ते प्रस्तुत कर उद्घाटन समारोह का समापन किया।

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