विधानसभा का नया भवन अगले साल जून तक सौर ऊर्जा से होगा रोशन
रायपुर । राजधानी के नवा रायपुर के सेक्टर-19 में 217.12 करोड़ की लागत से लगभग 20.78 हेक्टेयर भूमि पर नया विधानसभा भवन जून-2025 तक पूर्णरूप से तैयार हो जाएगा। पूरा विधानसभा भवन सौर ऊर्जा से संचालित होगा। विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सीएम निवास कार्यालय में नवा रायपुर में निर्माणाधीन नवीन विधानसभा भवन, विधायक विश्रामगृह व विधानसभा के अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए बन रहे आवासों की प्रगति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य अच्छी गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूर्ण करने तथा समय-समय पर प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि विधानसभा भवन का निर्माण आने वाली पीढिय़ों को ध्यान में रखकर किया जाना है। प्रयास यह हो कि पूरा विधानसभा सौर ऊर्जा से संचालित हो। यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण बने।
उन्होंने कहा कि पूरा परिसर हरित वातावरण से सुसज्जित हो इसलिए अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाना चाहिए। उन्होंने परिसर में बागवानी के पौधों के अलावा प्रदेश के मुख्य वृक्षों महुआ, कुसुम, साल और सागौन जैसे पौधों का रोपण किया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग के साथ ही ऐसी व्यवस्था अपनाने की बात कही, जिससे पानी का पुन: उपयोग सिंचाई में भी किया जा सके। उन्होंने परिसर में एक प्राकृतिक तालाब निर्मित करने के लिए कहा, जिससे पानी की उपलब्धता बनी रहे। निर्माण कार्य में तीव्रता और कसावट लाने के लिए अध्यक्ष डा. सिंह ने मुख्य सचिव को प्रति माह बैठक आयोजित कर समीक्षा करने के निर्देश दिए। संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण में उच्च एवं आधुनिक गुणवत्ता के सामान का उपयोग करें। यह विधानसभा देशभर में अनूठा बने, इसका ध्यान रखते हुए निर्माण करें। देशभर से लोग विधानसभा भ्रमण के लिए आते हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नवीन विधानसभा भवन 200 विधायकों की क्षमता के हिसाब से निर्मित किया जा रहा है। यह भवन विधानसभा सचिवालय, तीन मीटिंग हाल, कैंटीन, सेंट्रल हाल, दर्शक दीर्घा, मीडिया लाऊंज, एक सभागृह, आर्ट गैलरी, चिकित्सालय, बैंक और पोस्ट आफिस जैसी मूलभूत अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। नवीन भवन में संसद भवन के तर्ज पर कैबिनेट मीटिंग हाल का भी निर्माण किया जा रहा है। भवन को छत्तीसगढ़ की संस्कृति बस्तर आर्ट, जशपुर आर्ट के साथ ही कंटेंपररी अर्बन आर्ट से भी सुसज्जित किया जाएगा।