रात दो बजे बलौदाबाजार पहुंचे गृहमंत्री विजय शर्मा, कलेक्टर और एसपी से घटना की ली विस्तृत जानकारी
अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया
रायपुर । बलौदाबाजार में हुए हिंसक प्रदर्शन में 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इधर शांति व्यवस्था बनाये रखने के मद्देनजर जिले में धारा 144 (निषेधाज्ञा) लागू कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों ने कहने को तो उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई के लिए आंदोलन का आह्वान किया था लेकिन उनका मकसद ही आगजनी और मारपीट करना था। घटना को लेकर जो जानकारी सामने आयी है, उसके मुताबिक छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के द्वारा अमर गुफा गिरीधपुरी जैतखाम मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग एवं साथ में पूर्व में बोडसरा, कबीरधाम एवं अन्य जिलों में सतनामी समाज संबंधी विभिन्न मुद्दों को लेकर दशहरा मैदान बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था।
इस घटना के बाद गृहमंत्री विजय शर्मा रात दो बजे बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। उन्होंने ट्विटर पर घटनास्थल का निरीक्षण करते फोटो साझा किया है। जिसमें लिखा, बलौदाबाजार में हुए सरकारी कार्यालयों में आगजनी की घटना वीभत्स है, आज घटना स्थल का निरीक्षण किया। असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कड़ी कार्यवाही की जाएगी। समाज के लोगो से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। घटना स्थल में साथ में कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा, पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बलौदाबाजार जिले में हुई हिंसा के बाद अब शहर में धारा-144 लागू कर दी गई है। स्थिति बिगडऩे के बाद कलेक्टर केएल चौहान ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। कलेक्टर का यह आदेश 16 जून तक लागू रहेगी। इस दौरान बलौदाबाजार में रैली, जुलूस पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। इसके साथ ही एक ही स्थान पर 5 या उससे अधिक व्यक्ति एक साथ प्रवेश नहीं कर पाएंगे। दरअसल, धार्मिक स्थल पर तोडफ़ोड़ के बाद हुई हिंसात्मक प्रदर्शन के बाद शहर की स्थिति बिगड़ गई थी।
अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुए हिंसक प्रदर्शन में 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इधर शांति व्यवस्था बनाये रखने के मद्देनजर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रदर्शनकारियों ने कहने को तो उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई के लिए आंदोलन का आह्वान किया था, लेकिन दरअसल उनका मकसद ही आगजनी और मारपीट करना था। घटना को लेकर जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के द्वारा अमर गुफा गिरीधपुरी जैतखाम मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग और साथ में पूर्व में बोडसरा, कबीरधाम और अन्य जिलों में सतनामी समाज संबंधी विभिन्न मुद्दों को लेकर दशहरा मैदान बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था।