छत्तीसगढ़ : ये गूंज कैसी…भइया, हमें कॉर्ड नहीं मिला…इस तरह की आवाजें इन दिनों एक सरकारी बंगले में गूंज रही हैं…आखिर मामला क्या है….

Spread the love

छत्तीसगढ़ : भइया, हमें कॉर्ड नहीं मिला है…इस तरह की आवाजें इन दिनों एक सरकारी बंगले में गूंज रही हैं। और यह बंगला है प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता व बेहद ही लोकप्रिय विधायक बृजमोहन अग्रवाल का। शायद आप सोच रहे होंगे कि यह क्या बात है और वहां किस कार्यक्रम का कॉर्ड बंट रहा है।

एक दृश्य मेरे जहन से हटाए नहीं हट रहा है। दो रोज पहले मैं किसी काम से बृजमोहन अग्रवाल के शंकरनगर स्थित बंगले गया हुआ था। सामान्य भीड़भाड़ तो वहां रोज ही रहती है, परंतु इन दिनों भीड़ कुछ अलग किस्म की थी और वहां मौजूद बृजमोहन अग्रवाल के निज सहायक मनोज शुक्ला इसी भीड़ से घिरे हुए थे।

भीड़ में शामिल लोग उनसे कॉर्ड मांग रहे थे। मनोज शुक्ला बड़ी सहजता से उनका नाम पूछकर उन्हें कॉर्ड देते हैं और समारोह में आने का आग्रह भी करते हैं। आप सोचिए कि किसी के घर मांगलिक समारोह हो और लोग आ-आकर न्योता मांग रहे हों।

लेकिन इस तरह के दृश्य इन दिनों बृजमोहन अग्रवाल के सरकारी आवास में देखा जा सकता है। आपके परिवार में कोई मांगलिक प्रसंग हो और लोग आकर न्योता मांगे, यह कितना सुखद होगा। यह आपकी सहजता, लोकप्रियता व सौम्यता को प्रदर्शित करता है।

दरअसल पांच व छह फरवरी को राजधानी में कोई राजनीतिक जलसा नहीं बल्कि बृजमोहन अग्रवाल की इकलौती बिटिया डॉ. शुभकीर्ति का विवाह होने वाला है और राजधानी का हर नागरिक उसमें शामिल होने की अभिलाषा रखता है। यह बृजमोहन अग्रवाल की लोकप्रियता व अपनत्व ही है,

जिसके कारण लोग औपचारिकता को छोड़कर खुद न्योता लेने उनके सरकारी बंगले में पहुंच रहे हैं। वैसे भी बृजमोहन अग्रवाल ने जब भी कोई समारोह किया है, उनके दरवाजे सभी के लिए खोल दिए जाते रहे हैं।


डॉ. शुभकीर्ति छह फरवरी को कवर्धा के डॉ. विनीत के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगी। दो दिवसीय वैवाहिक समारोह में प्रदेश के अलावा देश के कई दिग्गज राजनीतिज्ञों के अलावा विभिन्न क्षेत्र में अग्रणी विभूतियों के शिरकत करने की संभावना है

क्योंकि बृजमोहन अग्रवाल बीते एक पखवाड़े से सभी के पास जाकर व्यक्तिगत न्योता दे रहे हैं। सभी के सुख-दुख में पहुंचने वाले बृजमोहन अग्रवाल के परिवार में होने वाले इस मांगलिक प्रसंग में कितने विशिष्ट व अति विशिष्ट अतिथि पहुंचेंगे, यह तो अभी फाइनल नहीं हुआ है

परंतु केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर के अलावा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत कई वर्तमान व पूर्व मंत्री, सांसद तथा विधायक इस मांगलिक प्रसंग में शामिल होंगे।

अपनी इकलौती बिटिया के वैवाहिक प्रसंग को स्मरणीय बनाने में बृजमोहन अग्रवाल कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। करीब तीस हजार वैवाहिक पत्रिकाएं बांटी जा रही हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि पचास हजार से अधिक लोग नव दम्पति को आशीर्वाद देने के लिए उपस्थित होंगे।

कुल मिलाकर पांच व छह फरवरी को राजधानी में उत्सव सा माहौल रहेगा और यह बृजमोहन अग्रवाल की लोकप्रियता का प्रमाण देने के लिए पर्याप्त होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed