106 मवेशियों को कत्लखाना ले जाते दो पकड़ाए
पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 घ के तहत की कार्रवाई
महासमुंद। पशुओं को क्रूरतापूर्वक कत्लखाना ले जाए जाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रास्तों में धरपकड़ होने और विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सजग होने के कारण मवेशी तस्कर अब नदी नालों और नहर के रास्ते पशुओं को ओडिशा की ओर ले जाने की फिराक में हैं। बता दें कि बुधवार देर शाम विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने 106 मवेशियों को कनेकेरा के पास नदी के रास्ते क्रूरतापूर्वक ओडिशा कत्लखाना ले जाते दो लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। कोतवाली पुलिस ने मामले में छग कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा 10,4,6 और पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 घ के तहत कार्रवाई की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महावीर कालोनी निवासी अखिलेश लूनिया ने पुलिस में शिकायत की कि उन्हें शाम साढ़े 6 बजे सूचना मिली कि 106 मवेशियों को क्रूरतापूर्वक पीटते हांकते हुए कनेकेरा के रास्ते ओडिशा के कत्लखाने ले जाया रहा है। सूचना पर मौके में पहुंचे अखिलेश लूनिया, कान्हा प्रधान, रामेश्वर साहू और विजय महतो कनेकेरा पहुंचे और मवेशियों की तस्करी कर रहे चार व्यक्तियों को रोका, जिनमें से दो भाग गए। मवेशियों की तस्करी कर रहे दो लोगों ने अपना नाम-पता कोसमखुंटा निवासी ईश्वर ध्रुव और जहुर ओगरे बताया। पूछताछ में दोनों ने मवेशियों को ओडिशा कत्लखाना ले जाना बताए। बाद डायल 112 को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस को दोनों को सुपूु्द किया गया और गौवंशों को कनेकेरा के नंदू निषाद के यहां रखा गया।
लगातार हो रही तस्करी
बता दें कि सोमवार को ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सरायपाली ने 23 मवेशियों को हांकते ओडिशा की ओर ले जाते तीन लोगों को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया था। इससे पहले 17 मार्च को मवेशियों से भरा पिकअप पकड़ाया था। पिकअप को पॉलिथीन से ढंककर बांधा गया था, जिसे खोलने पर 9 गाय और 2 नवजात बछड़े मिले थे। 14 मार्च को बागबाहरा बजरंग दल ने ट्रक से 23 मवेशियों की तस्करी कर रहे एक को पकड़ा था। जबकि, दो फरार हो गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उक्त सभी मामले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पकड़े हैं। जिले व अन्य स्थानों से मवेशियों की हो रही तस्करी को रोकने पिछले दिनों विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ने कलेक्टोरेट का घेराव कर कार्रवाई की मांग की थी।