जब तक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा : सांसद रंजीता
रायपुर। राज्यसभा सांसद रंजीता रंजन ने कहा, 18वीं लोकसभा का शीतकालीन सत्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पाटी द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है। बीजेपी हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती, इस बार तो हद ही पार कर दी। सांसद रंजीता ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में प्रेसवार्ता में कहा, संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। कांग्रेस ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता याद दिलाई। समता, समानता और न्याय के डॉ. आंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह बीजेपी को कतई रास नहीं आई। यही नहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ. आंबेडकर का अपमान कर बीजेपी की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी। कांग्रेस डॉ. आंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल है। जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे, हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, कार्यसमिति के सदस्य ताम्रध्वज साहू भी मौजूद रहे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कार्यसमिति के सदस्य ताम्रध्वज साहू ने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के प्रेरणास्रोत और अधिकारों के संरक्षक थे। बाबा साहब ने देश के वंचित वर्गो को संविधान के माध्यम से मुख्यधारा से जोड़ा, वे नये भारत के भाग्य निर्माता थे, उनके बारे में टिप्पणी करना अमित शाह और भाजपा की फासीवादी सोच को प्रदर्शित करता है। भाजपा को यह कदापि भी बर्दाश्त नहीं हो रहा कि अंबेडकर की सोच के कारण देश के वंचित वर्गों को उनका हक और अधिकार मिल रहा है। भाजपा सामाजिक न्याय की विरोधी है।