June 18, 2025

ज़िले में शिक्षा के नए चेहरे को मिली पहचान “चेंजमेकर उत्कृष्ट पुरुस्कार” से सम्मानित हुए शिक्षक और छात्र।

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कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन ने किया सम्मानित

घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन के तहत रायगढ़ जिले के घरघोड़ा और तमनार विकासखंड के लिए आयोजित चेंजमेकर एक्सीलेंस अवार्ड रायगढ़ भाग 2025 : सम्मान समारोह का आयोजन जनमित्रम विद्यालय घरघोड़ा के सभागार में जन मित्रम कल्याण समिति के सहयोग से किया गया।कार्यक्रम के माध्यम से उन शिक्षकों और छात्रों को सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने नवाचारों और सामाजिक जिम्मेदारी के ज़रिए स्कूलों को परिवर्तन की प्रयोगशाला बना दिया।यह सम्मान कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन द्वारा संचालित “चेंज मेकर लैब्स फॉर स्कूल” कार्यक्रम के अंतर्गत दिया गया – जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के दृष्टिकोण के अनुरूप, अनुभवात्मक शिक्षा और छात्रों की नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए एक सशक्त मॉडल प्रस्तुत करता है।कार्यक्रम की संरचना प्रोग्राम फॉर इंटरनेशनल स्टूडेंट असेसमेंट (PISA) जैसे वैश्विक मानकों से प्रेरित है, और भारत के स्थानीय संदर्भों में 21 वीं सदी के कौशल सहानुभूति, नवाचार, नेतृत्व और समस्या समाधान को बढ़ावा देता है।उक्त कार्यक्रम की शुरुआत नवंबर 2024 में 3 दिवसीय गहन शिक्षक बूटकैम्प से हुई, जिसमें घरघोड़ा और तमनार विकासखंड के 91 स्कूलों के 152 शिक्षकों ने भाग लिया। शिक्षकों को 3-C मॉडल पर आधारित प्रयोग आधारित शिक्षण काव्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
बूटकैम्प के बाद शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर अपने-अपने समुदायों में बदलाव की दिशा में कदम उठाए।इस प्रक्रिया के अंतर्गत200 से अधिक जमीनी समस्याएं विद्यार्थियों द्वारा पहचानी गईं।68 से अधिक स्कूलों में चेंजमेकर लैब्स स्थापित हुए।50 नवाचार परियोजनाएं ज़मीनी स्तर पर लागू की गईं।6000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने नेतृत्व में भागीदारी निभाई।इन पहचानी गई समस्याओं में प्रमुख रूप से:
बाल श्रम जैसी सामाजिक चुनौतियां, नशे की लत से जुड़ी सामुदायिक समस्याएं स्वच्छता, पेयजल और स्कूलों के बुनियादी ढांचे में कमी ; स्कूल उपस्थिति में गिरावट और शिक्षा के प्रति जागरूकता की कमी।
इन मुद्दों पर छात्रों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन में समाधान सोचकर, योजनाएं बनाईं और स्कूल एवं समुदाय के सहयोग से उन्हें लागू भी किया।परिणामस्वरूप कई गांवों में सकारात्मक सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन, शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता और समुदायों में नई ऊर्जा देखी गई।
इस अवसर पर” रायगढ़ रीइमैजिन्ड” पुस्तक का विमोचन किया गया जिसमें शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की चेंजमेकर लैब्स फॉर स्कूल के अंतर्गत के हुए कार्यों का प्रमाण है जिन्होंने अपने समुदाय के साथ मिलकर सकारात्मक कार्य किए हैं।

कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. अमित टुटेजा ने इस अवसर पर शिक्षकों के सम्मान समारोह में कहा कि “बच्चे जब सवाल पूछते हैं, तो बदलाव शुरू होता है और जब उन्हें जवाब खोजने का मौका दिया जाए, तो वे समाज का चेहरा बदल सकते हैं। रायगढ़ के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने यह दिखा दिया कि शिक्षा सिर्फ़ सर्टिफिकेट नहीं, सशक्तिकरण का माध्यम हो सकती है।विकासखंड शिक्षा शिक्षा अधिकारी बलराम भगत ने कहा कि चेंजमेकर लैब्स कार्यक्रम ने शिक्षक और छात्र दोनों को बदलाव के सूत्रधार के रूप में स्थापित किया है। यह सिर्फ़ शैक्षणिक पहल नहीं — बल्कि समाज निर्माण की आधारशिला है, जो आने वाले वर्षों तक प्रभाव डालेगी।”
यह कार्यक्रम अब तक राजस्थान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और तेलंगाना जैसे राज्यों में सफलता के साथ लागू किया जा चुका है।राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 800 स्कूलों, 4000 शिक्षकों और 50,000 से लगभग अधिक छात्रों को इस कार्यक्रम से जोड़ा जा चुका है।तहसील मुख्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में विकासखंड में फाउंडेशन से जुड़कर कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों सहित छात्राओं को सम्मान कर उन्हें प्रोत्साहित किया गया।

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