सड़क हादसे में पिता की गई थी जान, सगाई में बेटे ने जीवनसाथी को अंगूठी के साथ हेलमेट पहनाकर दिया सुरक्षा का संदेश

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राजनांदगांव। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग समय की बचत के लिए तेज गति से वाहन चलाने को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन इस जल्दबाजी का नतीजा सड़कों पर बढ़ते हादसों के रूप में सामने आ रहा है। सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी और लापरवाही के चलते न केवल अनमोल जिंदगियां खतरे में पड़ रही हैं, बल्कि परिवार भी असमय अपनों को खोने का दर्द झेल रहे हैं। इस बीच डोंगरगढ़ के बीरेंद्र साहू और ज्योति साहू ने अपनी सगाई को एक सामाजिक संदेश का मंच बना दिया। दरअसल रविवार रात ग्राम करियाटोला में हुए सगाई समारोह में जब बीरेंद्र और ज्योति ने एक-दूसरे को अंगूठी पहनाई और साथ ही हेलमेट पहनाकर सड़क सुरक्षा का अनोखा संदेश दिया। इस पहल ने समारोह में मौजूद सभी लोगों का ध्यान खींचा और सड़क सुरक्षा को लेकर सोचने पर मजबूर कर दिया।

पिता की दुर्घटना ने बदला जीवन का दृष्टिकोण

बीरेंद्र साहू के पिता की मौत एक सड़क दुर्घटना में सिर पर चोट लगने से हुई थी। उस समय उनके पिता ने हेलमेट नहीं पहना था। इस हादसे ने परिवार की सोच बदल दी। तभी से बीरेंद्र और उनके परिवार ने हेलमेट पहनने और दूसरों को प्रेरित करने का जिम्मा उठाया।

समाजसेवा में परिवार की भागीदारी

बीरेंद्र के बड़े भाई धर्मेंद्र साहू, जिन्हें अब “हेलमेट संगवारी” के नाम से जाना जाता है, सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। अब तक धर्मेंद्र 1,000 से अधिक हेलमेट दान कर चुके हैं। उनकी इस मुहिम में उनकी मां, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य भी सक्रिय रूप से जुड़े हैं।

समाज के लिए प्रेरणा बनी सगाई

सगाई समारोह में हेलमेट पहनाने का यह कदम केवल प्रतीकात्मक नहीं था, बल्कि यह संदेश था कि जीवन की हर नई शुरुआत में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यह पहल न केवल उनके लिए व्यक्तिगत रूप से खास थी, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा बन गई।डोंगरगांव के लोगों ने इस पहल को सराहा है और इसे हेलमेट संगवारी अभियान का हिस्सा मानते हुए समर्थन दिया है। प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं भी इस प्रयास को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हैं।

हेलमेट संगवारी: एक मिशन, एक मकसद

धर्मेंद्र साहू का मिशन सिर्फ हेलमेट बांटना नहीं है, बल्कि लोगों के जीवन को बचाना है। जागरूकता कार्यक्रमों और सड़क सुरक्षा अभियानों में उनकी सक्रियता यह बताती है कि छोटे कदम भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।इस सगाई ने साबित किया कि प्यार और जिम्मेदारी जब एक साथ आते हैं, तो समाज के लिए प्रेरणा का कारण बनते हैं।

सौ. : टीआरपी

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