पिता की दवा लेने निकली बेटी को अफसर की पत्नी ने कुचला और पुलिस बचा ले गई
मृतका के जन्मदिन पर माता-पिता ने लगाई न्याय की गुहार
रायपुर । तेलीबांधा चौक पर पिछले माह हुए सड़क हादसे में श्रेष्ठा सतपथी की मौत हो गई थी। लापरवाही पूर्व वाहन चलाते हुए डिप्टी कलेक्टर तीरथराज अग्रवाल की पत्नी ने उसे कुचलकर मार डाला। इस घटना के कुछ देर बाद ही खम्हारडीह पुलिस ने अग्रवाल की पत्नी को निजी मुचलके में रिहा कर दिया और कार भी वापस कर दी।
श्रेष्ठा के जन्मदिन के अवसर पर श्रेष्ठा के माता-पिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। श्रेष्ठा के पिता भारतीय स्टेट बैंक के अफसर आभास कुमार सतपथी ने बताया कि इस घटना को 40 दिन हो चुके है लेकिन हमें अब तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं मिली है, जिसके लिए हमने तेलीबांधा थाने के जांच अधिकारी से कई बार अनुरोध किया है। हमने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज देखने का प्रयास किया लेकिन जिस कैमरे का फोकस स्पॉट पर था उसमें उस दिन का फुटेज नहीं मिला। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास कई कैमरे लगे हैं, इनमें पुलिस विभाग का कैमरा भी है लेकिन हमें अब तक कोई फुटेज देखने नहीं मिला है।
आभास कुमार सतपथी ने बताया कि हमें आशंका है कि इतने दिनों तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं देना, जिस कार से एक्सीडेंट हुआ उसे तेलीबांधा थाने को छोड़कर खम्हारडीह थाने में सरेंडर कराना और कार चालक को तत्काल जमानत देना, यह सब जांच को प्रभावित कर वाहन चालक को बचाने की कोशिश थी। उन्होंने बताया कि घटना के 10 दिन पहले, इस कार पर रैश ड्राईविंग के लिए डिप्टी कलेक्टर अग्रवाल की पत्नी पर चालानी कार्रवाई की गई थी।
आभास कुमार सतपथी ने मामले में हिट एंड रन की धारा लगाने, पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने और सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग की है। पिछले महीने पिता की तबियत खराब होने पर श्रेष्ठा दवाई लेने घर से निकली थी। इस दौरान उसे तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी और इस घटना में श्रेष्ठा की मौत हो गई। कार चलाने वाली महिला राज्य प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी हैं। उन पर पहले भी रैश ड्राईविंग के चलते चालानी कार्रवाई हो चुकी है। मामले को लेकर सिविल लाइंस सीएसपी अनुराग झा ने कहा कि मामले में पुलिस प्रशासन अपनी कार्रवाई कर रही है, मृतक के परिजन से चर्चा कर उनकी मांगों को पूरा करने की कोशिश की जाएगी।