धूमधाम से मना पोरा तिहार, बैलों की पूजा कर ठेठरी , ख़ुर्मी, चीला का लगाया भोग
रायपुर। सोमवार को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पोरा तिहार पूरे प्रदेश भर में धूमधाम से मनाया गया। पोरा ितहार में खेती-किसानी से जुड़ा हुआ पर्व है। भाद्र मास की अमावस्या को मनाए जाने वाले इस पर्व को लेकर मान्यता है कि इस दिन अन्नमाता गर्भ धारण करती है। इस दिन परंपरानुसार खेत जाने की मनाही होती है और किसान अपने घरों में रहकर बैलों को सजाते हैं, उन्हें नहलाकर और पूजा-अर्चना करते हैं। घरों में तरह-तरह के पकवानों बनाए जाते हैं। बैलों की पूजा कर ठेठरी , ख़ुर्मी, चीला का भोग लगया जाता है। पूजा के बाद महिलाएं पोरा के बड़ा , ठेठरी , ख़ुर्मी, चीला अन्य पकवानो से भरने के बाद उसे पटकाकर मनाया पोरा तिहार ।