शिक्षा विभाग में “युक्तियुक्तकरण” के खिलाफ सड़क पर उतरे NSUI कार्यकर्ता

काला शर्ट पहनकर किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के काफिले को रोका

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा क्षेत्र में 28 मई बुधवार को एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने राज्य सरकार की शिक्षा नीतियों के खिलाफ काले शर्ट पहनकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के काफिले के मार्ग में किया गया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व एनएसयूआई छत्तीसगढ़ के प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल ने किया। उनके नेतृत्व में छात्र कार्यकर्ताओं ने शिक्षा व्यवस्था में गिरावट और सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में किताबें और विरोधात्मक तख्तियाँ लेकर मार्च निकाला।
सरकार के निर्णयको कहा- शिक्षा विरोधी
राज्य में “युक्तियुक्तकरण” (School Rationalisation) के नाम पर 10 हजार से अधिक स्कूलों को बंद कर दिया गया है, जिससे ग्रामीण एवं गरीब तबकों के बच्चों की शिक्षा बाधित हुई है।

शराब को प्राथमिकता
जहां एक ओर स्कूल बंद किए जा रहे हैं, वहीं हर गली-मोहल्ले में शराब दुकानों का खुलना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल ने कहा: “एक हाथ में किताब, एक हाथ में शराब की बोतल – क्या यही है ‘सुशासन त्यौहार’? छत्तीसगढ़ में स्कूल बंद क्यों हैं और शराब दुकानें खुली क्यों?”
पुलिस ने किया कार्यकर्ताओं को गिरफ्तारी
प्रदर्शन के दौरान रायपुर पुलिस द्वारा NSUI के कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को रोका गया और गिरफ्तार कर लिया गया, जिसे संगठन ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुठाराघात करार दिया है।
गिरफ्तार किए गए प्रमुख कार्यकर्ताओं में शामिल हैं:
हेमंत पाल (प्रभारी महामंत्री), प्रदेश सचिव कुणाल दुबे पुनेश्वर लहरे (वाइस चेयरमैन), अनुज शुक्ला (उत्तर विधानसभा अध्यक्ष), गावेश साहू (छाया पार्षद), रजत ठाकुर (महासचिव), ओज प्रकाश पांडे, अंकित बंजारे, हिमांशु तांडी, शैलेन्द्र साहू, अभिषेक सोनी, असलान शेख, आलोक खरे, विनय साहू, इंडिया घृतलहरे, आकाश दुबे, विक्की साहू, पियूष साहू सहित दर्जनों कार्यकर्ता।