डुमाली के जंगल में 5 के झुंड में दिखा तेंदुआ, ग्रामीणों में दहशत
कांकेर। जिला मुख्यालय बीते कुछ समय से पुरी तरह जंगल सफारी बन हुआ।जहाँ वक्त बेवक्त बंदर भालू तेंदुआ आबादी वाले इलाकों में दिनदहाड़े घुसे चले आते है और कांकेर वन विभाग सिर्फ दावाओं के अलावा कुछ भी कर पाने में असफल है।.पहले तो शहरवासी लंगुरों से ही परेशान हुआ करते थे लेकिन बीते कुछ सालों से भालुओं की जिस तरह से रहवासी इलाकों में आमद हुई उससे सभी लोग परेशान हो घटना के शिकार हो चुके है. नगर से सटे ग्राम डुमाली में तेंदुवे की आमद की घटना पर बात की जाए तो 05 तेंदुआ का झुड दिखाई देने का वीडियों वायरल होते आम लोगों सहित गांववासियों में दशह्त का माहौल पैदा हो गया है.05 तेंदुओं का झुंड डुमाली पहाड़ होने का वीडियों वायरल होने पर कांकेर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुच तेंदुओं की पत्तासाजी में जुट गाँव से बाहर निकालने में जुटी है.
वही पहाड़ से सटे डुमाली गाँव के लोगों की चिंताए बढी है जिस पर गाँव वाले कहते है की पहले तो तेंदुओं ने कुत्तों और मवेशियों शिकार बना चुके है पहाडी रास्ते से रोज स्कूली बच्चे स्कुल आना करते हमारा खेत भी पहाड़ के नीचे है. खेतों में जाना हमारी मजबूरी है कभी भी उनके साथ कोई भी हादसा का खतरा बना हुआ वे चाहते है जल्द से जल्द तेंदुओं के झुड को पकड दुसरे जंगलों में छोड़ा जाये. डुमाली पहाड़ में तेंदुओं का झुड दिखाई देने पर कांकेर डीएफओं कहते है पहाड़ में तेंदुओं का झुण्ड होने की जानकारी मिली है अब तक किसी तरह की कोई हानि नही हुई जल्द ही तेंदुओं को आबादी वाले इलाके से निकालने में उनका विभाग प्रयासरत है. साथ ही वन परिक्षेत्र अधिकारी ने कहा कि गांव में मुनादी कराई गई. जंगल इलाके में एकेला व रात में ना जाए ,जरूरी होने पर लाठी ,टार्च और झुंड में जाए।