भारत बना टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन, सूर्या के कैच ने रचा इतिहास
17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप जीता, रोहित की टीम ने साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराया
भारतीय टीम टी20 विश्व कप इतिहास की पहली ऐसी टीम बन गई है, जिसने अपराजेय रहते हुए खिताब जीता। विश्व कप में पहली बार विराट कोहली का बल्ला चलना और आखिरी में सूर्यकुमार यादव का कैच हमेशा याद रखा जाएगा।
- भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की
- निर्धारित 20 ओवर में बनाए 176 रन
- जवाब में 169 रन बना सकी अफ्रीकी टीम
बारबाडोस। भारत ने टी20 विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हरा दिया। इस तरह भारत ने आईसीसी ट्रॉफी जीतने के 13 साल से चले आ रहे सूखे को समाप्त कर दिया। फाइनल मुकाबला बारबाडोस में खेला गया। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत ने निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 176 रन बनाए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 8 विकेट खोकर 169 रन ही बना सकी।
(जसप्रीत बुमराह को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया)
सूर्यकुमार यादव के कैच ने पलटा मैच
177 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम मजबूत स्थिति में लग रही थी। एक समय 22 गेंद पर सिर्फ 26 रनों की दरकार थी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने मैच का पासा पलट दिया। पहले हार्दिक पांड्या ने खतरनाक साबित हो रहे क्लासेन को आउट किया, फिर आखिर ओवर में सूर्यकुमार यादव ने डेविड मिलर का यादगार कैच पकड़ा।
फाइनल मुकाबले में दहाड़ा विराट का बल्ला
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। दूसरे ओवर में ही रोहित शर्मा 9 रन बनाकर आउट हो गए। केशव महाराज ने हिटमैन को पवेलियन का रास्ता दिखाया। वहीं, ऋषभ पंत ने भी निराश किया। वह 0 के स्कोर पर केशव की गेंद पर क्विंटन को कैच थमा बैठे। सूर्यकुमार यादव भी खास नहीं कर पाए और 3 रन बनाकर रबाडा की गेंद पर कैच आउट हो गए। टीम इंडिया का चौथा विकेट अक्षर पटेल के रूप में गिरा, जो दुर्भाग्यशाली रहे और अर्धशतक चूक गए। अक्षर पटेल ने 31 गेंद पर 47 रन की पारी खेली और रन आउट हो गए। विराट कोहली अच्छी लय में नजर आए और एक छोर थामे रखा। उन्होंने 48 गेंदों में चार चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की। अर्धशतक बनाने के बाद विराट कोहली ने हाथ खोले और तेजी से रन बटोरे। आखिर में 76 रन (59 गेंद, 6 चौके, 2 छक्के) के निजी स्कोर पर जेंसन की गेंद पर रबाडा ने उनका कैच लपक लिया। छठा विकेट शिवम दुबे का रहा, जिन्होंने 16 गेंद पर 27 रन बनाए। आखिरी ओवर में रविंद्र जडेजा 2 रन बनाकर एनरिक नॉटर्जे की गेंद पर डेविड मिलर के हाथों कैच आउट हुए।
दक्षिण अफ्रीका ने दिया शानदार जवाब, आखिरी में लड़खड़ाए
177 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरनी दक्षिण अफ्रीका को पहला झटका दूसरे ही ओवर में लगा। जसप्रीत बुमराह ने सलामी बल्लेबाज रीजा हेंड्रिक्स को 4 रन के निजी स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया। दूसरा विकेट कप्तान एडेन मार्करम का रहा, जिन्होंने चार रन बनाए। अर्शदीप की गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत ने उनका कैच पकड़ा। इसके बाद विकेटकीपर क्विंटन डीकॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। खतरनाक होती इस पार्टनरशिप को तोड़ा अक्षर पटेल ने। उन्होंने स्टब्स को 31 रन के निजी स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद क्विंटन डीकॉक और क्लासेन ने मिलकर भारतीय गेंदबाजों की खूब धुलाई की। खासतौर पर भारतीय स्पिनरों ने निराशाजनक गेंदबाजी की। इस जोड़ी को तोड़ने का काम किया अर्शदीप सिंह ने। अर्शदीप की गेंद पर कुलदीप यादव ने डीकॉक का कैच पकड़ा। डीकॉक ने 31 गेंद पर 39 रन बनाए। पूरे मैदान में मनचाहे शॉट खेल रहे क्लासेन को हार्दिक पांड्या ने चलता किया। क्लासेन ने 27 गेंद पर 52 रन बनाए। पांड्या की गेंद पर विकेट कीपर पंत ने उनका कैच पकड़ा। हालांकि, यह विकेट बहुत देरी से मिला। इस समय तक अफ्रीकी टीम मैच अपनी पकड़ में कर चुकी थी। उसे जीत के लिए 22 गेंद पर सिर्फ 26 रनों की दरकार थी। दक्षिण अफ्रीकी टीम को छठा झटका जसप्रीत बुमराह ने दिया। जब भारतीय टीम की हार तय मानी जा रही थी, तब बुमराह ने जेंसन को बोल्ड कर नई उम्मीद जगाई। आखिरी में सूर्यकुमार यादव ने डेविड मिलकर का बाउंड्री पर शानदार कैच पकड़कर मैच भारत की झोली में डाल दिया।
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका प्लेइंग 11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), विराट कोहली, ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह।
दक्षिण अफ्रीका: क्विंटन डीकॉक (विकेटकीपर), रीजा हेंड्रिक्स, एडेन मार्करम (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, मार्को जेनसन, केशव महाराज, कागिसो रबाडा, एनरिक नॉटर्जे, तबरेज शम्सी।