जमीन के मुआवजे के लिए भटक रहे किसान ; अधिकारी द्वारा 2 लाख रुपए मांगने की शिकायत
प्रार्थीगण ने कलेक्टर और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की शिकायत
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। ग्राम चारमान से भू-अर्जन की राशि का चेक प्रदान करने के लिए अधिकारी द्वारा 2 लाख रुपए की मांग करने का मामला सामने आ रही है। जिसकी शिकायत प्रार्थी ने कलेक्टर और मुख्यमंत्री से की है। प्रार्थीगण चिंतामणी तथा सरधाकर उर्फ सरधाराम दोनों पिता उसतो जाति कोलता, ग्राम चारमार, तहसील घरघोड़ा जिला रायगढ़ छ.ग. के निवासी हैं। प्रार्थीगण की संयुक्त स्वामित्व की भूमि खसरा नम्बर 22/13,64/1ख, तथा 86/1ख धारित है, जिसे रेल्ावे द्वारा अधिग्रहित किया जाकर रा.प्र. कं. – 04 / अ-82/2014-15 के अनुसार मुआवजा पत्रक तैयार किया गया और राशि अनुविभागीय अधिकारी /भू-अर्जन अधिकारी घरघोड़ा के न्यायालय में जमा की गई। प्रार्थी ने शिकायत में लिखा है कि राशि अनुविभागीय अधिकारी /भू-अर्जन अधिकारी घरघोड़ा के न्यायालय में जमा की गई परंतु अिधकािरयों के द्वारा प्रार्थीगण को इस आशय की कोई सूचना प्रेषित नहीं की गई। जिसके कारण प्रार्थीगण को उक्त मुआवजा राशि से वंचित होना पड़ा। जिसके पश्चात्ा् प्रार्थीगण द्वारा वर्तमान में अनुविभागीय अधिकारी/भू-अर्जन अधिकारी घरघोड़ा के पास आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया। , जहां अनुविभागीय अधिकारी/ भू-अर्जन अधिकारी घरघोड़ा द्वारा प्रार्थीगण को संयुक्त मुआवजा पत्रक होने की बात कहकर चेक देने के नाम पर 2,00,000 रु. की मांग की गई, जिसमें से 50,000 रू. प्रार्थीगण द्वारा दे दिया गया है, जिसके पश्चात् अधिकािरयों द्वारा मुआवजा राशि में से 02 चेक प्रार्थीगण के नाम से तैयार किया गया और मुआवजा वितरण पंजी में उनका फोटो चस्पा कर उनका हस्ताक्षर लिया गया। प्रार्थी ने पत्र में लिखा है कि अनुविभागीय अधिकारी/ भू-अर्जन अधिकारी घरघोड़ा द्वारा प्रार्थीगण से चेक में हस्ताक्षर करने के लिये प्रार्थीगण से शेष 1,50,000 रू. की मांग की गई, प्रार्थीगण द्वारा चेक मिलने के पश्चात् रकम देने की बात तो अधिकारी/ भू-अर्जन अधिकारी द्वारा मुआवजा पत्रक के एक कहने पर अनुविभागीय हिस्सेदार को स्वयं आहुत कर प्रार्थीगण को चेक देनेसे मना कर दिया गया, जिससे प्रार्थीगण को अपूर्णीय क्षति हुई ऐसे कई गरीब किसानों से इस प्रकार की धोखाधड़ी की गई है, इस संबंध में उच्च स्तरीय जांच कराकर प्रार्थीगण को उनके मुआवजा राशि का चेक प्रदान करने की मांग की गई है।