‘नम हुई आंखें’… अंतिम मैच के बाद भावुक हुए सुनील छेत्री
भारतीय फुटबॉल के पोस्टर बॉय ने लिया संन्यासराष्ट्रीय टीम के लिए 151 मैच में दागे 94 गोल
कोलकाता। भारतीय फुटबॉल के दिग्गज सुनील छेत्री ने गुरुवार को कुवैत के खिलाफ फीफा विश्व कप 2026 क्वालिफायर मुकाबले के साथ ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कह दिया। कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कॅरियर को खत्म किया। इस दौरान उन्हें अधिकारियों ने उपहार-ट्रॉफी और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। अपने आखिरी मैच के बाद छेत्री भावुक हो गए और मैदान पर ही रोने लगे। उन्होंने मैच के बाद पूरे स्टेडियम का लैप ऑफ ऑनर भी लिया और दर्शकों को धन्यवाद दिया। भारतीय टीम ने छेत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया तो वह रोने लगे। भारत ने कुवैत के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ खेला।
खिलाड़ियों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
मैच समाप्त होने के बाद छेत्री ने पूरे स्टेडियम में लैप ऑफ ऑनर लेकर फैंस को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। इसके बाद जब वह ड्रेसिंग रूम की ओर वापस जाने लगे तो टीम के साथी खिलाड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। एक भारतीय खिलाड़ी के रूप में आखिरी बार मैदान छोड़ते समय 39 वर्षीय छेत्री और भावुक हो गए। गार्ड ऑफ ऑनर के लिए आगे बढ़ने से पहले छेत्री रोने लगे। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान को अन्य खिलाड़ियों ने सांत्वना दी। इसके बाद छेत्री जर्सी बदलकर मैदान पर आए। उन्हें रोता देख स्टेडियम में मौजूद उनके माता-पिता भी रोने लगे। वहीं, पत्नी सोनम भी भावुक हो गईं। भारत के पूर्व स्टार रॉबिन सिंह ने भी छेत्री को गले लगा लिया। जब छेत्री को सम्मानित किया जा रहा था तो परिवार वालों की आंखों में आंसू थे। छेत्री के माता-पिता और पत्नी अपने आंसू रोकने के लिए संघर्ष करते दिखे।