कांग्रेस में थम नहीं रहा ‘पलायन’
समन्वय समिति भी मनाने में रही असफल
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से ही कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। अब डैमेज कंट्रोल के लिए समिति का गठन किया गया है, ताकि नेताओं से बातचीत कर उन्हें पार्टी में रोक कर रखा जा सके। फिर भी पार्टी छोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। समन्वय समिति गठन होने के बाद वरिष्ठ पदाधिकारी और पूर्व मंत्री, विधायकों को लोकसभा वार प्रभारी भी बनाया गया था। समन्वय समिति ने प्रभारियों को पार्टी के रूठे हुए नेताओं को मनाने और पार्टी छोड़ने से रोकने का प्रयास करना था। समिति गठन के होने के बाद प्रदेश में करीब एक दर्जन से अधिक कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ दी। लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा प्रवेश कर लिया था। कांग्रेस नेताओं पर कई आरोप लगाने के बाद पार्टी से निष्कासित किए गए नेता भी पार्टी के भीतर ऐसा माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। चुनाव के दौरान कई नेताओं ने टिकट की मांग की थी, वहीं कई नेताओं ने तवज्जो नहीं दिए जाने के कारण पार्टी में अंतर्कलह बढ़ने लगी।
चुनाव में इसका विपरीत प्रभाव न पड़े इसे देखते हाईकमान ने प्रदेश के वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू की अगआई में समिति बनाई। समिति में पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और जिले वरिष्ठ नेताओं को शामिल कर उन्हें उस क्षेत्र के लोकसभा वार जिम्मदारी दी गई। फिर भी हालात पर ज्यादा असर नहीं हो रहा है। लोकसभा में भाजपा ने जहां भी नामांकन रैली की, उसमें कांग्रेस के एक-दो नेताओं ने भाजपा प्रवेश किया।
सीनियर नेता समिति में शामिल किए गए
समिति में दो पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, छह पूर्व मंत्री, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष समेत पार्टी के सीनियर नेताओं को शामिल किया गया। पार्टी ने समिति के सदस्यों को लोकसभा वार जिम्मेदारी सौंपी है। सभी जिम्मेदार नेताओं को अपने क्षेत्र में तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। समिति प्रदेशभर में संवाद और संपर्क का काम करेगी। इसके माध्यम से पार्टी के नाराज नेताओं से संपर्क कर पार्टी और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाने का काम करेगी। सूची में सभी सीनियर नेताओं को जगह दी गई है, ताकि ये नेता पुराने से लेकर नए सभी कार्यकर्ताओं की बात सुनकर उनकी समस्याओं का समाधान कर सकें।
मौर्य, सीमा, वाणी, सहित कई ने छोड़ी पार्टी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जगदलपुर में सभा के पहले ही वहां के जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। इसी तरह दुर्ग संभाग की कांग्रेस नेता सीमा बघेल ने पार्टी को दो पहले अलविदा कर भाजपा प्रवेश किया। वहीं पूर्व विधायक घनाराम साहू के बेटे सतीश साहू ने पार्टी छोड़ दी। बिलासपुर में वाणी राव ने भाजपा प्रवेश कर लिया। वहीं रायगढ़ से विवेक सिंघानिया, लखनलाल साहू, अमित सोनी और विजय सोनी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। रायपुर लोकसभा से टिकट के दावेदार शंकरलाल साहू, के अलावा संगठन के प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, पुष्पेंद्र परिहार ने भी पार्टी छोड़ दी।