परिजनों की रजामंदी के बाद भी इंटरकास्ट विवाह करना प्रेमी जोड़े को पड़ रहा मंहगा
गांव के दबंगो ने नवविवाहितों तथा उनके परिजनो को गांव से किया बहिष्कृत
कवर्धा । जिले के विकासखण्ड पंडरिया अंतर्गत कुकदुर थाना के ग्राम भेड़ागढ़ निवासी एक युवा जोड़े को इंटरकास्ट विवाह करना मंहगा पड़ रहा है। पीड़ित नवविवाहित जोड़े की माने तो विवाह के बाद गांव के ही कुछ दबंग लोगों द्वारा उन्हें तथा उनके परिजनों को बेवजह प्रताडि़त किया जा रहा है इतना ही नहीं दबंगो ने बकायदा ग्रामीणों की बैठक बुलाकर उन्हें गांव से बहिष्कृत कर दिया है। जिसकी शिकायत पीडि़त पक्ष द्वारा कुकदुर थाना में दर्ज कराई गई है लेकिन स्थानीय पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है जिसे देखते हुए अब पीडि़त पक्ष ने जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से कार्यवाही और न्याय की गुहार लगाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुकदुर थाना क्षेत्र के ग्राम भेड़ागढ़ के निवासी पूर्णत: वालिग संतोष सोनवानी ने अपने ही गांव की वालिग भगवती मेरावी से दोनो परिवारों की रजामंदी के बाद विवाह किया है।
इस विवाह से युवक व युवति के साथ ही उनके परिजन भी खुश हैं। लेकिन गांव के कुछ दबंगो का इस प्रेमी जोड़े का इंटरकास्ट विवाह पसंद नहीं आ रहा है और उन्होने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए युवक व युवति के साथ ही उनके परिजनो को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया है। युवक व युवति ने बताया कि इन दबंगो ने हाल के दिनो में ग्रामीणों की बैठक बुलाकर उन्हें तथा उनके परिजनो को गांव से बहिष्कृत करने का फरमान सुना दिया है।
जिसके बाद से न तो कोई ग्रामीण उनसे बातचीत कर रहा है और न ही गांव में उनके साथ किसी प्रकार का कोई लेनदेन किया जा रहा है। दबंगो के फरमान के मुताबिक अगर उनके साथ कोई ग्रामीण बातचीत अथवा लेनदेन करता है तो उसे 10 हजार रूपए का अर्थदण्ड भरना होगा। जिसके भय से कोई भी ग्रामीण उनके साथ नहीं है। पीडि़तों ने बताया कि दबंगो के इस अत्याचार के खिलाफ उन्होने कुकदुर थाना में रपट दर्ज कराई है लेकिन कुकदुर पुलिस भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। जिसके बाद अब पीडि़त युवक व युवति ने जिला मुख्यालय कवर्धा पहुंचकर पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही तथा न्याय दिलाए जाने की मांग की है।