इंजीनियर दोस्त निकले चोरी के मास्टर माइंड, बाहर से बुलाते थे गैंग, महंगे होटलों में होती थी…

भोपाल। भोपाल की कोलार पुलिस ने एक शातिर चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो इंजीनियर दोस्त इस गिरोह के मास्टरमाइंड निकले। गिरोह के चार अन्य सदस्य फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। ये चोर लग्जरी कारों से सूने मकानों की रेकी करते थे और फिर शहर के बाहर से अपने साथियों को चोरी के लिए बुलाते थे। चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद ये लोग फरार हो जाते थे।

सीसीटीवी फुटेज से खुला मामला
दरअसल पुलिस को दानिशकुंज में हुई एक चोरी के सीसीटीवी फुटेज में इनकी सफेद हुंडई औरा कार (नंबर MP04-TB-4680) दिखी, जिसके आधार पर पुलिस ने विदिशा के यशवंत रघुवंशी, रायसेन के भूपेंद्र साहू और छिंदवाड़ा के अभिलाष विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया। अभिलाष पहले तेलंगाना में जेल की सजा काट चुका है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 22 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवर, 24 हजार रुपए नकद, दो कारें (हुंडई औरा और स्विफ्ट डिजायर) और बैंक दस्तावेज बरामद किए हैं।
चोरी का सोना फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखकर ले चुके थे 40 लाख रुपए का लोन
पूछताछ में पता चला कि ये लोग चोरी के जेवर मंडीदीप की मुथूट फाइनेंस कंपनी में गिरवी रखकर 40 लाख रुपये का गोल्ड लोन ले चुके थे। इस पैसे को रियल एस्टेट और शेयर मार्केट में निवेश करने के अलावा महंगे होटलों में खाने, शराब पीने और मौज-मस्ती में उड़ाया जाता था। आरोपियों के सात बैंक खातों में 60 लाख रुपए से ज्यादा का लेन-देन पाया गया। पुलिस ने इन खातों को फ्रीज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने बताया कि वे चोरी के जेवर गिरवी रखकर लोन लेते थे और उस पैसे को रियल एस्टेट, शेयर मार्केट और सोने-चांदी के जेवर खरीदने में खर्च करते थे।