पुलिस प्रशासन के खिलाफ घरघोड़ा थाने में कांग्रेसियों का जंगी प्रदर्शन, पुलिसकर्मियों के साथ हुई झूमाझटकी

नपं उपाध्यक्ष त्रिपाठी पर दर्ज एफआईआर को तत्काल रद्द करने की मांग की

घरघोड़ा(गौरी शंकर गुप्ता)। युवा कांग्रेस के बैनर तले कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं ने आज घरघोड़ा थाने का घेराव कर प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन नगर पंचायत उपाध्यक्ष चौधरी अमित त्रिपाठी पर दर्ज एफआईआर को फर्जी बताया और लोढाझर के युवक पर हुए जानलेवा हमले में निष्क्रियता के साथ घरघोड़ा थाने के संरक्षण में चल रहे अनैतिक गतिविधियों को लेकर किया गया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस सत्ताधारी दल के दबाव में काम कर रही है और न्याय के बजाय अन्याय को संरक्षण दे रही है। कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता कारगिल चौक से रैली की शक्ल में निकले और जय स्तंभ चौक पर पहले से तैयार पुलिस फोर्स से सीधा सामना हुआ।

पुलिस की तैयारी, कांग्रेस की हुंकार; जय स्तंभ चौक बना राजनीतिक रणभूमि
जैसे ही कांग्रेस की रैली जय स्तंभ चौक पर पहुंची, पुलिस ने भारी बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस बल के बीच झूमा-झटकी की स्थिति बनी रही। लेकिन प्रदर्शनकारी पीछे नहीं हटे और पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें पुलिस की पक्षपातपूर्ण कार्यशैली और फर्जी मुकदमों की जांच की मांग की गई।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नागेंद्र नेगी, प्रदेश महासचिव राकेश पांडे ने किया तीखा हमला
घेराव के दौरान नागेंद्र नेगी, राकेश पांडेय, अनिल अग्रवाल चीकू, यतीश गांधी, सुरेंद्र चौधरी, किरोड़ी तायल समेत कांग्रेस नेताओ ने तीखा बयान देते हुए कहा की “लोकतंत्र की सुनियोजित हत्या घरघोड़ा पुलिस कर रही है। लोढाझर के युवक पर जानलेवा हमला हुआ, कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। कांग्रेस के नगर पंचायत उपाध्यक्ष ने जब न्याय की मांग की, तो उनके खिलाफ ही फर्जी मामला दर्ज कर लिया गया। आज थाना गरीबों को न्याय नहीं दे रही है। विभिन्न अनैतिक गतिविधियों को पुलिस संरक्षण दे रही है रेत तस्करी से लेकर जुए तक सब पुलिस के साये में चल रहे । यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो एक महीने बाद एसपी कार्यालय का घेराव होगा।” वही आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवा कांग्रेस नेता उस्मान बेग के ऊर्जा से भरे कई बयान ने प्रदर्शन में और भी उबाल ला दिया। कार्यकर्ता “लोढाझर के पीड़ित को न्याय दो”, “लोकतंत्र की हत्या बंद करो” जैसे नारों के साथ गरजते रहे। युवा कांग्रेस ने आंदोलन बाद एसडीएम एडिशनल एसपी को थाना प्रभारी के माध्यम से एसपी रायगढ़ को ज्ञापन दिया और कहा की हम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यकर्ता एवं घरघोड़ा क्षेत्र की आम जनता, इस ज्ञापन के माध्यम से आपको अवगत कराना चाहते हैं कि घरघोड़ा क्षेत्र में इन दिनों कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है, तथा राजनीतिक द्वेषवश कांग्रेस नेता एवं नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्री अमित त्रिपाठी के विरुद्ध झूठे एवं फर्जी प्रकरण दर्ज कर उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। यह न केवल राजनीतिक साजिश है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी सीधा प्रहार है।

हम निम्नलिखित बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं:
- नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्री अमित त्रिपाठी पर दर्ज फर्जी केस की निष्पक्ष जांच कर तत्काल अपराध को शून्य (रद्द) किया जाए।
- घरघोड़ा क्षेत्र में आम जनता पर हो रहे अन्यायपूर्ण पुलिसिया रवैये पर रोक लगाई जाए
- खनिज तस्करी पर तत्काल रोक लगाकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
- तत्कालीन लाइन अटैच थानेदार के खिलाफ वसूली के प्रकरण में FIR दर्ज की जाए।
- खरसिया ब्लॉक के भूपदेव पुर थाना क्षेत्र, ग्राम लोड़झाड़ निवासी छाया साहू पति यदुनाथ साहू पुत्र जगमोहन साहू के रिपोर्ट पर कार्यवाही किया जाए
- हम चेतावनी देते हैं कि यदि उपरोक्त बिंदुओं पर शीघ्र संज्ञान लेकर एक माह के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो कांग्रेस पार्टी एवं क्षेत्रीय जनता मिलकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय रायगढ़ का घेराव करेगी। इसके समस्त दायित्व पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन का होगा।
पुलिस प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल, एडिसनल एसपी, एसडीओपी खुद रहे मौजूद
घटनास्थल पर एडिसनल एसपी एसडीओपी स्वयं मौजूद रहे और स्थिति पर नजर बनाए रखी। हालांकि, अभी तक पुलिस की ओर से कोई ठोस बयान नहीं आया है, जिससे जनता और कांग्रेस नेताओं में असंतोष और बढ़ गया है। सवाल यह है कि क्या इस घेराव का असर पुलिस के रवैये पर पड़ेगा या यह सिर्फ एक और ‘अनसुनी चीख’ बनकर रह जाएगा? कांग्रेस का यह घेराव एक सामान्य विरोध नहीं, बल्कि आने वाले राजनीतिक संघर्ष की झलक है। अगर प्रशासन और पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, तो आने वाले दिनों में रायगढ़ जिले में राजनीतिक तापमान और चढ़ने के पूरे आसार हैं। आज के इस ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं के गैरमौजूदगी के बावजूद पहले से ज़्यादा सक्रिय और बेहतर तालमेल कर हजारों लोगो ने सड़क पर उतरकर कांग्रेस को मजबूती प्रदान किया है, वही उस्मान बेग और टीम की सक्रियता मेहनत की चर्चा चारो और है ।
