मंत्री बनने के बाद बृजमोहन की सम्पत्ति घटी, विधायकी छिनने के बाद विकास की आय बढ़ी
रायपुर । रायपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन प्रक्रिया से लेकर नाम वापसी तक की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रत्याशियों द्वारा नामांकन फार्म के साथ जमा किए गए शपथपत्र के अनुसार दोनों की संपत्तियों में विधानसभा चुनाव की तुलना में छह माह में ही बैंक अकाउंट से लेकर नकद राशि में अंतर देखने को मिल रहा है। प्रत्याशियों के अलावा उनके परिवारजनों की भी आय में अंतर देखने को मिल रहा है।
आंकड़ों के अनुसार विधायकी छिनने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय की आय में बढ़ोतरी हुई है, जबकि भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल की संपत्ति मंत्री बनने के बाद भी घटी है। आंकड़ों के अनुसार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय के पास नकद डेढ़ लाख रुपये थे जो दो लाख रुपये हो गए हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास नकद एक लाख से बढ़कर डेढ़ लाख रुपये और बच्चों के पास नकद 50 हजार से बढ़कर 75 हजार रुपये तक हो गए हैं।
वहीं बृजमोहन अग्रवाल के पास विधानसभा चुनाव के दौरान नकद 4.51 लाख रुपये थे जबकि लोकसभा के शपथ पत्र के अनुसार नकद 3.37 लाख रुपये हैं। उनकी पत्नी के पास 3.18 लाख नकद विधानसभा चुनाव के दौरान थे, जो अब 3.58 लाख हो गए हैं। वहीं, कुटुंब की आय 7.80 लाख से बढ़कर 8.75 लाख रुपये हो गई है। दोनों ही प्रत्याशियों के नकद के साथ ही बैंक खातों में भी विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव में अंतर देखने को मिल रहा है। विकास के पास नकद मिलाकर कुल संपत्ति विधानसभा के समय 67 लाख 32 हजार 98 रुपये थी, जो कि लोकसभा चुनाव में बढ़कर 74 लाख 30 हजार 95 रुपये हो गई है। वहीं, पत्नी की संपत्ति 39 लाख से घटकर 36.57 लाख रुपये हो गई है।
बृजमोहन का बैंक बैलेंस बढ़ा
बृजमोहन अग्रवाल की संपत्ति विधानसभा चुनाव की तुलना में बढ़ी है। अक्टूबर 2023 में उनके खाते में जमा नकद सहित कुल राशि 161.40 लाख थी, जो कि अब 200 लाख रुपये पार कर गई है। वहीं, पत्नी की राशि 140 लाख से बढ़कर 152 लाख रुपये हो गई है। कुटुंब की आय 25.61 लाख रुपये से बढ़कर 26.61 लाख रुपये हो गई है।