सऊदी अरब के रेगिस्तान में भटके भिलाई के इंजीनियर और साथी की मौत,शव की तलाश में लगे तीन दिन
रायपुर। भिलाई सेक्टर-7 निवासी डिप्लोमा इंजीनियर शहजाद खान की सऊदी अरब के रेगिस्तान में भटककर मौत हो गई। अपने साथी के साथ कार्य से निकले शहजाद जीपीएस फेल होने की वजह से किसी से संपर्क नहीं कर पाया। तीन दिन तक शहजाद और उसका दोस्त लंबे समय तक रेगिस्तान की चिलचिलाती गर्मी में बिना पानी, खाने के फंसे रहे। भूखे-प्यास रहने की वजह से उनकी तबियत बिगड़ गई और दोनों की मौत हो गई। दोनों रात तक नहीं लौटे तो कंपनी के लोगों ने तलाश का प्रयास किया। गवर्मेंट ने हेलीकॉप्टर के जरिए उन्हें तीन दिन बाद खोज निकाला।
शहजाद का शरीर रेत में दबा हुआ था और उसके शव के कुछ मीटर पीछे उसके एक और साथी का भी शव मिला। तीन दिन तक रेगिस्तान में भटकते रहने और तूफान में फंसकर दोनों की दर्दनाक मौत हुई। चार दिन पहले शव को सउदी अरब की सरकार ने घरवालों को सौंपा,जिसके बाद हैदराबाद के करीमनगर में उसका अंतिम संस्कार किया गया।
परिवार को 4 सितंबर को खबर मिली थी। शहजाद 7 साल से सऊदी अरब की एक टेली-कम्युनिकेशन कंपनी में सर्वेयर की जॉब करता था। अगस्त के आखिरी सप्ताह में कंपनी ने उसे सर्वे के लिए दम्मान से आगे अलफूपुफ के रेगिस्तान में भेजा था। इसके लिए शहजाद गाड़ी में एक साथी के साथ निकला था। तभी वह रास्ता भटक गया। शहजाद और साथी तीन दिनों तक रास्ता खोजते रहे, लेकिन उनकी गाड़ी में फ्यूल और फोन की बैटरी भी खत्म हो जाने से राहत की उम्मीद भी खत्म हुई।
शहजाद की पत्नी और उसके दो छोटे बच्चों के जीवन यापन के लिए साउदी की सरकार से मुआवजे की भी मांग की जा रही है। ताकि उनकी जिंदगी का गुजारा हो सके। सऊदी अरब की गवर्मेंट ने 10 दिन का समय मांगा है। वहीं कंपनी की ओर से क्या मदद मिल पाएगी यह भी देखा जा रहा है।