श्री श्री शारदीय दुर्गा पूजा समिति के कार्यक्रम में सरस्वती कला मंच के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी
कांकेर। श्री श्री श्री शारदीय दुर्गा पूजा में सरस्वती कला मंच की शानदार प्रस्तुति कांकेर शहर के ह्रदय स्थल पर स्थित कोमल देव क्लब के श्री श्री शारदीय दुर्गा पूजा समिति के आग्रह पर सरस्वती कला मंच के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी श्री श्री शारदीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष दीपक मुखर्जी, सचिव कमल कर्मकार कोषाध्यक्ष शांतनु भट्टचार्य ने सरस्वती कला मंच की संक्षिप्त परिचय देकर सरस्वती कला मंच के अध्यक्ष मोहन सेनापति को मंच सौपा सर्वप्रथम कालामंच के गायकों ने माँ दुर्गा जी की आरती अम्बे तू है जगदम्बे काली से कार्यक्रम का प्रारम्भ किया फिर कार्यक्रम की शुरुआत पंकज श्रीवास्तव ने आओ आओ गजानन गीत से प्रारंभ किया बसंत प्रधान के दुनियाँ बनाने वाले से उसके बाद क्रमशः धरम ने तू ही मेरी जिन्दगी है, अश्वनी सिन्हा लिखे जो ख़त तुझे, रुपेश नागे छूकर मेरे मन को, लक्की कौशिक तुम्हारे ही रहेंगे हम, चारामा से पधारे अमृत राज सिन्हा अकेला गया था मैं हाँ मैं, कु. अंकिता बेनर्जी रुके रुके से कदम, डॉ दुर्गेश अवस्थी रामजी की निकली सावरी, राजेश शुक्ला तेरे प्यार की तमन्ना, रीना लारिया अजनबी कौन हो तुम, सत्येंद्र सोनी शीशे की उम्र प्यार की, डॉ भव्या शर्मा आज तेरा जगराता माता, आज तेरा जगराता ,भानुप्रतापपुर से संदीप ठाकुर वादियाँ मेरा दामन, प्रज्ञा श्रीवास्तव नगाड़ा संग ढ़ोल बाजे ढ़ोल बाजे, भानुप्रतापपुर से सोमेन्द्र सरकार मैं कोई ऐसा गीत गाऊ, मीना श्रीवास्तव आज है जगराता मैय्या का , कुलदीप टंडन तोर सुरता म मयारू, कैलाश यदु नव कल्पना नवरूप, श्री अवधेश लारिया गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा, राजगोपाल कोठारी कहना है कहना है, गायत्री शर्मा तूने मुझे बुलाया शेरा वालिए,मीनाक्षी नेताम ओ देवा, देवा, दिलीप नाग भोले ओ भोले,कमलेश सोनी आज मौसम बड़ा बेईमान है बड़ा, प्रवेश चौहान मेरे नैना सावन भादो, कृष्णा सोनी नीले नीले अम्बर में, और ओडिशा से आये महेन्द्र नायक ने घर घर दिया हो माता घर घर बाती जस गीत प्रस्तुत किया इसप्रकार कुल 28 प्रतिभागियो में कैलाश यदु प्रथम 2001 रु नकद, डॉ भव्या शर्मा द्वितीय 1501 रु नकद एवं राजगोपाल कोठारी तृतीय जिन्हे 1001 रु की नकद राशि आयोजन समिति के कमल कर्मकार की ओर से दिया गया निर्णायको के निर्णय के समय आयोजन समिति के अध्यक्ष दीपक मुखर्जी ने मेरे सपनों की रानी, और चलते चलते गीत प्रस्तुत किया सरस्वती कला मंच के अध्यक्ष मोहन सेनापति ने हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम ओ शेरा वाली गीत रेखाजी और अमित जी के जन्मदिन के अवसर पर दुर्गाजी के श्री चरणों में अर्पित किया धरम के गीत से प्रभावित होकर डॉ गीता शर्मा ज्योतिष विदुषी ने उन्हें 500 रु का नकद पुरुस्कार दिया पुरस्कार वितरण श्रीमती मन्दाकिनी अनंत गोपाल कोठारी, हर्षा कोठारी, जया सेनापति, गुलराज शर्मा, दीपक मुख़र्जी, और निर्णायक मण्डल डॉ दिनेश मिश्रा, शिवनारायण नेताम और गोपीराम रवानी जी के द्वारा कराया गया इस अवसर पर डॉ गीता शर्मा, मंजू शर्मा, जितेंद्रधर शर्मा, सुरेश पंत, शिप्रा पंत, अशोक राठी, संजय मंसानी, अलका सोनी, अनिका गुप्ता और आयोजन समिति के दीपक मुखर्जी, कमल कर्मकार, शांतनु भट्टचार्य का और साउंड सिस्टम को ऑपरेट करने अमृतराज सिन्हा, गर्व सोनी का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम मध्यरात्रि 1.30 बजे तक चला जिसमें दर्शकों के तालियों से उत्साह वर्धन होता रहा मंच का सफल संचालन मोहन सेनापति जी ने किया अंत में भारत के सपूत उद्यमी, सेवाभावी स्वर्गीय रतन टाटा के निधन पर सत्येंद्र सोनी ने उनकी उपलब्धियां बताते हुए 2 मिनट का मौन रखकर कार्यक्रम का समापन किया।