राधेश्याम राठिया को चुनाव संचालक बनाकर हटाना कहीं भाजपा को न पड़ जाए भारी
घरघोड़ा (गौरीशंकर गुप्ता)।
कद्दावर आदिवासी नेता को इस प्रकार अपमानित करने से ग्रामीण भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश धर्मजयगढ़-धरमजयगढ़ विधानसभा में भाजपा जहाँ एक तरफ एक जुटता की बात करती है सभी टिकट दावेदार एक जुट हो कर कार्य करने की बात कही जा रही है पर हमारे सूत्र बताते है अंदर खाने में ऐसा कुछ नही है संगठन से जुड़े नेता दिग्गज आदिवासी नेता की अनदेखी करने में कोई कसर नही छोड़ रहे है इनका प्रयास भाजपा को हासिये पर डालने का षड्यंत्र कहा जा सकता है सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार कुछ दिनों पूर्व धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सभी मंडल अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेताओं का जमावड़ा ग्राम नागदरहा हुआ था जिसमे पूरे विधानसभा के नेताओं ने भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता राधेश्याम राठिया को चुनाव संचालक बनाने एक मत से प्रस्ताव पास किया गया था उसके पश्चात कुडुमकेला में समन्वय समिति बैठक में उस प्रस्ताव के आधार पर सभी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से राधेश्याम राठिया को चुनाव संचालक बना दिया गया ओर प्रदेश संगठन को अवगत करा दिया गया था उसके बाद भी पार्टी के ही एक जिला पधाधिकारी द्वारा अपने वजूद के लिए दिग्गज आदिवासी नेता को निपटाने में लगने की बात पार्टी के भीतर और बाहर निकल कर आ रही है राधेश्याम राठिया को चुनाव की कमान देकर वापस लेना कही न कही आदिवासी नेता का अपमान करने जैसे कहा जा सकता है ,लगता है पार्टी अब आदिवासी दिग्गज नेता का का उपयोग नही करना चाहती या कही न कही भाजपा पार्टी का एक जिला पधाधिकारी अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस को जिताना तो नहीं चाह रहे है, अब बहरहाल देखना होगा कि एक जिला पधाधिकारी के कार्यप्रणाली से कही फिर इस बार लालजीत राठिया को हैट्रिक लगाने का मौका मिल जाए। इस दिग्गज आदिवासी नेता राधेश्याम राठिया का उपयोग पार्टी करती है या फिर काम होने के बाद किनारे कर देती है। पार्टी ने किसी को धरमजयगढ़ चुनाव का संचालक किसी को नहीं बनाया गया था न हटाया गया है , धरमजयगढ़ विधानसभा से राधेश्याम राठिया को चुनाव संचालक बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था पार्टी ने वर्तमान में संचालक अरुण धर दीवान को सह संचालक राधेश्याम राठिया को बनाया गया है ।