शिक्षक पोस्टिंग घोटाला : तीन संयुक्त संचालक समेत 10 अधिकारी सस्पेंड
स्कूल शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
मिली जानकारी के मुताबिक इन पर ‘गिरी गाज’
– जीएस मरकाम – संयुक्त संचालक, दुर्ग
– हेमंत उपाध्याय – संयुक्त संचालक, सरगुजा-अंबिकापुर
– के. कुमार – तत्कालीन संयुक्त संचालक(शिक्षा), रायपुर
– सीएस ध्रुव – जिला शिक्षा अधिकारी भाटापारा
– आरके वर्मा – प्राचार्य, डाइट रायपुर,
– डीएस ध्रुव – सहायक संचालक, रायपुर
– शैल सिन्हा – सहायक संचालक, रायपुर
– उषा किरण खलखो – सहायक संचालक, रायपुर
– संजय पुरी गोस्वामी – ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, धरसींवा
– एसके गेंदले – ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, सिमगा
22 हजार की पदोन्नति और पदस्थापना
विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने और लंबे समय से कार्यरत शिक्षकों को पदोन्नति प्रदान करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आदेश जारी किया गया था। पूरे प्रदेश में लगभग 22 हजार शिक्षकों की पदोन्नति और पदास्थापना इसके माध्यम से होनी थी। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के दौरान ये तबादले और पदोन्नति हुई। इनमें से अधिकतर आदेश इस वर्ष के शुरुआती माह में निकले थे। सभी संभाग में सैकड़ों की संख्या में ऐसे शिक्षक रहे, जिनके तबादले और पदोन्नति संबंधित आदेश दोबारा संशोधित कर जारी किए गए। अन्य शिक्षकों द्वारा तब इनका विरोध किया गया और थाेक में शिकायतें पाई गईं तब संबंधित अधिकारियों पर जांच कमेटी बैठाई गई। इसके बाद करोड़ों रूपए के लेन-देन का खेल उजागर हुआ।
ऐसे रचा गया पूरा षड्यंत्र
शासन के आदेश पर पोस्टिंग के लिए शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक ने सभी जिलों के डीईओ से रिक्त पदों की जानकारी मंगाई, जिसके बाद शहर के साथ ही जिला व ब्लॉक मुख्यालय के आसपास के स्कूलों में रिक्त पदों को छिपा दिया गया। इसके बाद दिखावे के लिए काउंसिलिंग किया गया। फिर कुछ ही दिन में छिपाए गए पदों पर संशोधन के नाम पर लेनदेन कर पोस्टिंग आदेश जारी किया गया।