नक्सलगढ़ में कल मतदान, जमीन से आसमान तक सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम
सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक डाले जाएंगे वोट
रायपुर । छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण में बस्तर लोकसभा सीट पर मतदान है। बस्तर सीट पर कल19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। मतदान सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक होगा। वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। बस्तर सीट पर भाजपा के महेश कश्यप का मुकाबला कांग्रेस के कवासी लखमा से है। महेश कश्यप नौवीं कक्षा पास हैं और भाजपा ने इनको पहली बार चुनावी मैदान में मौका दिया है। कवासी लखमा सिर्फ छह बार के विधायक हैं और सिर्फ साक्षर हैं। सालों से बस्तर बम और बारुद के धमाकों से गूंजरा रहा है। नक्सलगढ़ होने के चलते बस्तर आज भी विकास की राह से दूर खड़ा है। चुनाव मैदान में इस बार विकास, रोजगार, नक्सलवाद, सरकारी योजनाओं का लाभ ये तमाम वो बड़े मुद्दे हैं जिनपर मतदान होगा। युवा जहां बस्तर के विकास और खुद के रोजगार के लिए वोट डालेगा तो महिलाएं खुद को सशक्त बनाने के लिए वोट करेंगी। बस्तर लोकसभा सीट पर कुल मतदाता हैं 14 लाख 66 हजार 337। पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 98 हजार 197 है। महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 68 हजार 88 है। थर्ड जेंडर के यहां 52 वोटर भी चुनाव आयोग के आंकड़ों में रजिस्टर्ड हैं। बस्तर लोकसभा सीट पर मतदान के लिए इस बार चुनाव आयोग ने 1957 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इन मतदान केंद्रों में 97 संगवारी मतदान केंद्र, 08 दिव्यांग मतदान केंद्र वहीं शिफ्टिंग मतदान केंद्रों की संख्या 234 है। बस्तर लोकसभा सीट पर कुल 11 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। किर्गिस्तान से डॉक्टरी की पढ़ाई कर लौटे एक डॉक्टर भी चुनाव मैदान में हैं। मुख्य रुप से मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है. पॉलिटिक्स पर पैनी नजर रखने वाले जानकार बताते हैं कि वोटर का मूड किस ओर जाएगा अभी कहना मुश्किल है। इतना जरुर है कि विकास और आतंकवाद से जूझ रहे नक्सलगढ़ की बेहतरी के लिए जनता वोट करेगी। चुनाव में बेरोजगारी भी मुख्य मुद्दा होगा। युवा और महिला वोटर जिस ओर जाएगा, उसका पलड़ा भारी होगा। धर्मांतरण और रावघाट रेल लाइन भी इस बार के मतदान में बड़ा मुद्दा रहने वाला है।