कीलों की सेज पर लेटकर 12 साल की बच्ची ने सीने पर स्थापित की ज्योति कलश
खैरागढ़। जिले के छुईखदान ब्लाॅक के उदयपुर गांव में बारह साल की बच्ची कौतुहल का विषय बनी हुई है। जगत जननी में अगाध श्रद्धा के बूते वो लगभग 15 सौ कीलों से बनी सेज पर सीने में अखंड ज्योति जलाए माता को नमन कर रही है, जिसे देखने श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। बच्ची के पिता चुन्नुराम साहू और दादा भानूराम साहू ने बताया कि बच्ची दिलेश्वरी अपने जानने समझने की उम्र से ही माता रानी की भक्ति में डूबी हुई है।
छह साल पहले हर नवरात्रि पर उसे माता रानी की विशेष कृपा मिलती है। इस दफे चैत्र नवरात्रि के पूर्व से ही उसे कीलों की सेज पर लेटकर सीने में अखंड ज्योति प्रज्जवलित कर मातारानी की सेवा करने का स्वप्न दिखा और बच्ची दिलेश्वरी की मनोकाना पूरी करने वो रायपुर से अपने गांव वापस लौटे हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान दिलेश्वरी शाम को एक समय दो चम्मच दूबी का रस सेवन कर रही है। भक्ति में ही शक्ति की बदौलत नौ दिनों तक साधना में लीन बच्ची को लोगों ने कुंवारी माता का नाम देकर सेवा चालू कर दिया है। जिले में पहली बार इस प्रकार की भक्तिभाव का दर्शन करने आसपास ही नहीं दूर-दराज के लोग पहुंच रहे हैं। दर्शन बाद नारियल, फूल चढ़ा रहे हैं।