मैं तो बेटे के लिए डौकी मांगने गया था पार्टी ने तो मुझे ही डौकी सौंप दी : लखमा
रायपुर । मैं तब भी बोल रहा था, मेरे बेटे को टिकट दो, मैं अपने बेटे के लिए डौकी (दुल्हन) मांगने गया, डौकी मुझे सौंप दिया…बस्तर में कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा के इस बयान पर मौजूद लोग और मंच पर बैठे नेता पेट पकड़-पकड़कर हंसे। दरअसल कवासी लखमा के भाषण का अनूठा अंदाज है। वो जब मंत्री थे, तो भी अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहते थे। अब एक बार बतौर प्रत्याशी जब वो चुनाव मैदान में हैं, तो भी उनका बयान काफी चर्चाओं में है।
आचार संहिता के दौरान चुनाव पैसा बांटने के आरोपों से घिरे कवासी लखमा का एक बयान खूब चर्चा में है। दरअसल कांग्रेस पार्टी की तरफ से कवासी लखमा ने बुधवार को नामांकन किया। नामांकन के पूर्व उन्होंने जगदलपुर के लालबाग मैदान में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ नामांकन सभा का आयोजन किया। सभा को सम्बोधित करते हुए कवासी लखमा ने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को पार्टी का सबसे बड़ा नेता बताया। दीपक बैज का टिकट कटने से उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं।
नामांकन रैली के मौके पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए कवासी लखमा ने मंच से कहा दीपक बैज पीसीसी अध्यक्ष हैं, इस नाते वे प्रदेश के सबसे बड़े नेता होंगे और उनकी जिम्मेदारी 11 लोकसभा सीट जीतने की होगी। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने बेहद मजाकिया अंदाज में कहा मैं तो अपने बेटे के लिए बहू तलाशने गया था, लेकिन पार्टी ने दुल्हन मुझे सौंप दी। लखमा के इस बयान के बाद सभा में ठहाके लगाने लगे दरअसल पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज का टिकट काट कर बस्तर लोकसभा से कांग्रेस ने कोंटा विधानसभा से छह बार के विधायक कवासी लखमा को प्रत्याशी बनाया है