रणजी टॉफी : मुंबई रिकॉर्ड 42वीं बार बनी चैंपियन

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खिताबी मुकाबले में विदर्भ की टीम को 169 रन से हराया

मुंबई (ए)। घरेलू क्रिकेट की दिग्गज मुंबई ने आठ साल का इंतजार खत्म करते हुए अपना ही रिकॉर्ड बेहतर करके 42वीं बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीता। फाइनल के पांचवें और आखिरी दिन मेजबान ने विदर्भ को 169 रन से हराया। टूर्नामेंट के इतिहास में 90 में से 48वीं बार मुंबई फाइनल में पहुंची थी।विदर्भ दो बार खिताब जीतने के बाद तीन बार फाइनल हार गया है। मुंबई की पहली पारी में 136 रन बनाने वाले मुशीर खान ने 2 विकेट लिए। उन्हें प्लेयर ऑफ द फाइनल चुना गया। वानखेड़े स्टेडियम पर खेले गए फाइनल का नतीजा लगभग उसी समय तय हो गया था जब विदर्भ को 538 रन का लगभग नामुमकिन सा लक्ष्य मिला था। विदर्भ की टीम 368 रन पर आउट हो गई। विदर्भ पहली पारी में महज 105 रन पर सिमट गई। इससे पहले, मुंबई ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 224 रन बनाए। टीम ने अपनी दूसरी पारी में 418 रन बनाए। मुंबई को पहली पारी में 119 रन की बढ़त मिली थी। इस प्रकार विदर्भ को 538 रन का टारगेट मिला।

एमसीए मुंबई को देगा अतिरिक्त पांच करोड़
मुंबई क्रिकेट संघ ने 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली टीम की पुरस्कार राशि दोगुनी कर दी है जिसका मतलब है की टीम को पांच करोड़ रुपए की अतिरिक्त धनराशि मिलेगी। एमसीए के सचिव अजिंक्य नाइक ने बयान में कहा, ‘एमसीए के अध्यक्ष अमोल काले और शीर्ष परिषद ने रणजी ट्रॉफी की पुरस्कार राशि दोगुनी करने का फैसला किया है। एमसीए रणजी ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई की टीम को पांच करोड़ रुपए की अतिरिक्त धनराशि देगी।एमसीए के लिए यह साल शानदार रहा है और उसने सात खिताब जीते। इसके अलावा हमारी टीम बीसीसीआई के आयु वर्ग की सभी प्रतियोगिताओं के नॉकआउट चरण में पहुंची।’

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