टाटा मोटर्स के डीमर्जर का बड़ा प्लान, बंट जाएगी दो लिस्टेड कंपनियों में
पैसेंजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल बिजनेस पर ध्यान देने योजना बनाई गई
नई दिल्ली। टाटा ग्रुप की दिग्गज कंपनी टाटा मोटर्स को लेकर एक बड़ी खबर आई है। कंपनी के बोर्ड ने सोमवार को टाटा मोटर्स के कारोबार को दो अलग-अलग हिस्सों में बांटने की मंजूरी दे दी है। कंपनी डीमर्जर के माध्यम से आने वाले समय में कमर्शियल व्हीकल बिजनेस और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस को अलग करेगी। कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी। शेयर बाजारों को दी जानकारी में टाटा मोटर्स ने कहा कि उसने पैसेंजर और इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विलय करने की योजना बनाई है।
कमर्शियल व्हीकल बिजनेस और उससे संबंधित निवेश को एक अलग कंपनी में और पैसेंजर व्हीकल बिजनेस, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन, जगुआर लैंड रोवर और संबंधित निवेश शामिल हैं, को दूसरी कंपनी में रखा जाएगा। टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, ‘टाटा मोटर्स ने पिछले कुछ वर्षों में मजबूत बदलाव की कहानी लिखी है। तीनों ऑटोमोटिव बिजनेस इकाइयां अब स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। इस डीमर्जर से उन्हें अपना फोकस और चपलता बढ़ाकर बाजार द्वारा प्रदान किए गए अवसरों को बेहतर ढंग से भुनाने में मदद मिलेगी। डीमर्जर से ग्राहकों को बेहतर अनुभव, कर्मचारियों को बेहतर विकास की संभावनाएं और शेयरधारकों को बेहतर मूल्य मिलेगा।’
डीमर्जर में लगेगा 12-15 महीने का समय
एक्सचेंज फाइलिंग में चंद्रशेखरन ने कहा कि डीमर्जर की व्यवस्था की योजना को आने वाले महीनों में मंजूरी के लिए कंपनी बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा और यह सभी आवश्यक शेयरधारक, ऋणदाता और नियामक अनुमोदन के अधीन होगा, जिसे पूरा होने में 12-15 महीने का समय लग सकता है। चन्द्रशेखरन ने कहा, ‘डीमर्जर का कर्मचारियों, ग्राहकों और हमारे बिजनेस पार्टनर्स पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।’
डीमर्जर से ग्रोथ को मिलेगा बढ़ावा
चन्द्रशेखर ने कहा कि डीमर्जर 2022 की शुरुआत में किए गए पीवी और ईवी व्यवसायों के सहायकीकरण की एक तार्किक प्रगति है। कंपनी ने फाइलिंग में कहा कि यह कदम संबंधित व्यवसायों की जवाबदेही को मजबूत करते हुए अधिक चपलता के साथ उच्च विकास प्रदान करने के लिए अपनी संबंधित रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाएगा।