कोरवा की जमीन पर मिशनरी संस्था ने कब्जा कर बनाया स्कूल और चर्च, कोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं कर रहे खाली
अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच 7 मार्च को करेगी बड़ी आन्दोलन
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। जशपुर जिले में लगातार वनवासी आदिवासी समाज के लोगों की भूमि पर छल पूर्वक गलत तरीके से कब्ज़ा करने का मामला आये दिन सुर्खियों में रहता है। एक ऐसा ही मामला जशपुर जिले में देखने को मिला है, जहाँ मिशन संस्था के द्वारा एक कोरवा की जमीन पर मिशन स्कूल और चर्च बना दिया गया है। परन्तु अब इन सभी विषयों को आदिवासी समाज के साथ कदम से कदम मिला कर चलने वाले संगठन अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक पूर्व मंत्री गणेश राम भगत काफी प्रमुखता से उठाते दिख रहे हैं। इन्ही विषयों को लेकर आगामी 7 मार्च को फिर से सन्ना में तहसील कार्यालय का घेराव और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने जा रहें है।
मामला जशपुर जिले के खेड़ार भैंसडीपा गांव का
पूरा मामला जशपुर जिले के सुदूर अंचल सन्ना क्षेत्र के खेड़ार भैंसडीपा गांव की है जहां बीते कुछ वर्ष पहले करलू कोरवा नामक व्यक्ति के पूर्वजों की लगभग 4 एकड़ की भूमि पर छल पूर्वक गलत तरीके से अवैध रूप से मिशन स्कूल सह चर्च का निर्माण कर दिया गया। जिसके बाद पीड़ित करलू कोरवा मामले को लेकर पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के पास गया। जिस पर पूर्व मंत्री ने करलू कोरवा के लिए निःशुल्क अधिवक्ता के रूप में जनजाति सुरक्षा मंच के विधिक सलाहकार रामप्रकाश पाण्डे को मामले की जानकारी दे कर न्यायालय के शरण में भेजा। अधिवक्ता रामप्रकाश पाण्डे के द्वारा करलू कोरवा के हक में केश लड़ा गया और अंत मे 4 अगस्त 2023 को न्यायालय कलेक्टर ने उक्त मामले में फैसला देते हुये कहा कि उक्त भूमि को छल पूर्वक अनावेदक गण के द्वारा लिया गया है जिसे 15 दिवस के भीतर अधिनस्त न्यायालय राजस्व अभिलेख दुरस्त करते हुए वाद भूमि पर करलू कोरवा का नाम दर्ज करते हुए मौके पर कब्जा सौंपने की कार्यवाही करें। परन्तु उक्त आदेश के छः माह बीतने के बावजूद भी अधीनस्थ न्यायलय ने कोई कार्यवाही नही की और अंत मे बीते 18 फरवरी 2024 को अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत और पूरी टीम के द्वारा सन्ना में वनवासी समाज के हजारों लोगों के साथ आन्दोलन करते हुए रैली और धरना प्रदर्शन किया गया।
7 मार्च को वनवासी समाज के हजारों लोग तहसील कार्यलय का करेंगे घेराव
इस मामले में प्रशासन को चेतावनी देते हुए उक्त सभा में कहा गया कि 15 दिवस के भीतर करलू कोरवा का नाम चढ़ाते हुए कब्जा दिया जाये अन्यथा फिर तहसील कार्यालय का घेराव करेंगे। हालांकि आन्दोलन के दूसरे दिन ही प्रशासन ने अभिलेख दुरस्त करते हुये करलू कोरवा का नाम उक्त भूमि पर चढ़ा दिया परन्तु अब तक करलू कोरवा को कब्जा नहीं सौंपा गया है। जिसको लेकर जनजाति सुरक्षा मंच ने एसडीएम बगीचा में फिर एक आवेदन दे कर हलचल मचा दिया है।जनजाति सुरक्षा मंच की जिला अध्यक्ष नयु राम भगत ने बताया कि बीते दिन उनके द्वारा अनुविभागिय अधिकारी बगीचा को सूचना दिया गया है कि आने वाले 7 मार्च दिन गुरुवार को हजारों वनवासी समाज के साथ सन्ना में तहसील कार्यलय का घेराव और एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा जिसमें राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत और विधिक सलाहकार रामप्रकाश पाण्डे प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे।हालांकि उक्त घेराव और धरना प्रदर्शन की सूचना प्रशासन को मिलने के बाद प्रशासन में हलचल शुरू हो गयी है।बहरहाल अब देखना यह होगा कि करलू कोरवा को उसकी हक की भूमि आखिर कब तक मिलती है।