यातायात पुलिस ने एक ही दिन में 700 से अधिक वाहनों पर की कार्रवाई
शराब पीकर गाड़ी चलाते पाये गए 25 वाहनों को किया गया जब्त
रायपुर। विधानसभा का सत्र समाप्त होते ही यातायात पुलिस एक्शन मोड पर आ गई है। एक ही दिन में 700 से अधिक वाहनों पर अलग-अलग धाराओं में कार्रवाई की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला रायपुर संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर विशेष अभियान चलाया गया। शहर से गुजरने वाले रिंग रोड में दुर्घटनाओं की रोकथाम और सुगम सुरक्षित यातायात व्यवस्था संचालन के लिए यातायात को बाधित कर खतरनाक ढंग से नो पार्किंग में खड़ी वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर सचिंद्र कुमार चौबे के मार्गदर्शन तथा उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर गुरजीत सिंह, सुशांतो बनर्जी एवं करण कुमार ऊईके के नेतृत्व में यातायात पुलिस द्वारा हर शहर से गुजरने वाले रिंग रोड नंबर 1 व रिंग रोड नंबर 2 में नो पार्किंग में खड़ी वाहनों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया गया।
इसके तहत 9 ऑटो एवं 3 ट्रक कुल 12 वाहनों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 283 के तहत सख्त कार्रवाई की गई । बता दे कि विधानसभा सत्र समाप्त होते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा शहर की यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यातायात नियमों के उल्लंघन करता वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त निर्देश के पालन में यातायात पुलिस रायपुर विगत दो सप्ताह से शहर से गुजरने वाले रिंग रोड नंबर एक एवं दो में बिना हेलमेट एवं बिना सीट बेल्ट के चलने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध विशेष अभियान कार्यवाही चला रही है। आज दिनांक को भी बिना हेलमट दो पहिया वाहन चलाने वाले 284 और बिना सीट बेल्ट चार पहिया चलाने वाले 156 वाहन चालकों के विरुद्ध मोटरयान अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई।
इसी प्रकार शहर के भीतर प्रमुख मार्गों एवं चौक चौराहों में नो पार्किंग में वहां खड़ी कर सवारी उतरने चढ़ने वाले ऑटो चालकों के विरुद्ध भी विशेष अभियान करवाई चलाया गया जिसमें 75 से अधिक ऑटो/ई-रिक्शा चालकों के विरुद्ध नो पार्किंग के तहत कार्यवाही की गई। इसी प्रकार ब्लैक फिल्म, मॉडिफाई सायलेंसर आदि पर 50 से अधिक कार्यवाही किया गया।उल्लेखनीय है कि शहर में दिनभर में 25 वाहन चालकों को शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया जिनकी गाड़ी जप्त कर ली गई है और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहाँ पर प्रत्येक मामले में ₹ 10000=00 का जुर्माना होगा ।