राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का छत्तीसगढ़ में होगा ऐतिहासिक स्वागत
5 दिनों तक छत्तीसगढ़ के 7 जिलों 536 किमी होकर यात्रा गुजरेगी
भाजपा ने मणिपुर से आसाम तक बाधा डाला लेकिन लोगों ने अभूतपूर्व प्यार दिया
रायपुर। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की छत्तीसगढ़ में ऐतिहासिक स्वागत होगा। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग तथा छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल गांधी की यात्रा के स्वागत को लेकर उत्साहित है। कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी की यात्रा के स्वागत की तैयारियां पूरी कर लिया है। 11 कमेटियां बनाई गई है तथा यात्रा जिन जिलों से गुजरेगी वहां के लिये वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गयी है। छत्तीसगढ़ में यह यात्रा राज्य के 7 जिलों से होकर गुजरेगी तथा 536 किलोमीटर 5 दिनों तक राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में रहेंगे। भुखमरी, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की बदहाली, सांप्रदायिक विद्वेष के दौर में राहुल गांधी की न्याय पदयात्रा लोगों के जख्मों में मरहम साबित होगी।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरूआत से ही भाजपा डर गयी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मणीपुर सरकार ने इम्फाल में यात्रा की शुरूआत के लिये पहले तो अनुमति देने से मना किया, जब अनुमति दी भी गयी तो उसमें शर्तें भी लगा दी गयी थी। असम की भाजपा सरकार ने यात्रा में बाधा करने के लिये स्तरहीन हथकंडे अपनाया था। भाजपा की मोदी सरकार अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है। वह नहीं चाहती है कि देश की जनता की महंगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं के खिलाफ लोग एकजुट हो इसीलिये राहुल गांधी की यात्रा में बाधा पैदा करने के लिये षड़यंत्र रचा जा रहा है। मोदी सरकार कुछ भी कर ले लेकिन भारत के लोगों की आवाज न दबेगी, न रूकेगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश की एकता, अखण्डता, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है। जनाधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी आजादी के पहले से ही सत्याग्रह को एक मजबूत हथियार मानती है और भारत जोड़ो न्याय पदयात्रा आजादी के बाद देश का सबसे विशाल और परिवर्तक सत्याग्रह साबित होगा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने देश में सत्याग्रह के द्वारा जनता के महत्वपूर्ण मसलों को हल किया है। यह सत्याग्रह उस विचारधारा को उखाड़ फेंकेगा जो मृत्यु के समय भी राम का नाम लेने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को आदर्श मानता है। आज बर्बादी और वैमनस्यता की ओर बढ़ते देश को भारत जोड़ो पदयात्रा की जरूरत है।