सुशील आनंद ने कहा- दलबदल अरविंद नेताम की पुरानी फितरत
रायपुर । वरिष्ठ आदिवासी नेता अरविंद नेताम के कांग्रेस छोड़ने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने कहा, अरविंद नेताम के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, उनको कांग्रेस ने सबकुछ दिया, पर दलबदल उनकी पुरानी फितरत है। उनकाे मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा सभी कुछ कांग्रेस ने दिया था। अनेकों बार पार्टी छोड़ने के बावजूद बड़ा हृदय दिखाते हुए पार्टी में वापस लिया गया। उन्होंने भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भी पार्टी के खिलाफ काम किया, तब भी पार्टी ने उन्हें समझाइश दी। उनकी उम्र और वरिष्ठता का सम्मान करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की गई। वे अनेकों बार कांग्रेस पार्टी से सांसद और केंद्रीय मंत्री बने, जब वे हवाला कांड में फंसे थे, तब पार्टी ने उनकी पत्नी को टिकट देकर सांसद बनाया। उनके भाई को पार्टी ने मध्यप्रदेश में मंत्री का पद दिया था, उनकी पुत्री को भी दो बार कांग्रेस ने पार्टी का टिकट दिया, लेकिन वे अपनी पुत्री को नहीं जिता पाए। मालिक मकबूजा प्रकरण में उनके परिवार की संलिप्तता ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया था। कांग्रेस पार्टी ने अरविंद नेताम को भरपूर सम्मान दिया था। लगातार चुनाव हारने और जनाधार खोने के बाद भी पार्टी उनको टिकट देती रही, वे खुद ही चुनाव नहीं जीत पा रहे थे। समय के साथ कांग्रेस में नए आदिवासी नेतृत्व का उभरना उनको पसंद नहीं आ रहा था। उनका कांग्रेस छोड़ना इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने आदिवासी समाज के लिए नहीं, अपने व्यक्तिगत स्वार्थ और अति महत्वाकांक्षा के कारण पार्टी छोड़ी है।