मौकापरस्तों को जनता नकारेगी या फिर महिला मतदाता तय करेगी बाजी मोहन नगर बना श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड का राजनीतिक अखाड़ा आरोप प्रत्यारोप की जगह अपने व्यक्तिव को निखारने में लगे प्रत्याशी
जगदलपुर. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। यहां के चारों पार्षद प्रत्याशी अपने अपने व्यक्तिव का हवाला देकर जनता के बीच जा रहे हैं। एक तरफ जहां कांग्रेसी प्रत्याशी समीर सेन नगर निगम के वरिष्ठ नेता और श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड से दो बार जीत हासिल करने वाले संजय पाण्डेय पर मौका परस्थ होने का आरोप लगाया है, वहीं पाण्डेय ने अपने वार्ड की महिला मतदाताओं पर विश्वास जताया है। निर्दलीय
प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे सत्यजीत भट्टाचार्य का मानना है कि व्यक्तित्व को भीड़ की आवश्यकता नहीं है। इससे पहले भी उनके वार्ड में निर्दलीय प्रत्याशी ने परचम लहराया है और जनता योग्य और काम करने वाले प्रत्याशी पर ही मुहर लगाएगी। हालांकि ये तीनों प्रत्याशी का मानना है कि वार्ड में विकास की आवश्यकता है, कांग्रेस नाली, बिजली, सड़क व पानी तो भाजपा आगामी विकास की बात कर रही है। निर्दलीय वार्ड को नया स्वरूप देने पर जोर दे रहे हैं। खास बात यह है कि इस वार्ड में मोहन नगर का इलाका भी है। इस इलाके को मानों की यह राजनीतिक अखाड़ा बन चुका है। सत्ता से दूर रहे कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी का मानना है कि नगर निगम में बतौर नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय काबिज रहे और लोक निर्माण विभाग के सभापति भी रहे लेकिन उन्होंने मोहन नगर को निगम से हैण्डओव्हर करवाने में रूचि नहीं दिखाई। आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार में समीर सेन इस कालोनी को नियमित करने का दावा कर रहे हैं तो सत्यजीत का भी इरादा कुछ ऐसा ही है। कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा प्रत्याशी पर मौकापरस्त होने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दस साल से वार्ड में विकास की बात करने वाले श्री पाण्डेय जब वार्ड की सीट गत निकाय चुनाव में आरक्षित हुई तो उन्हें वार्डवासियों का ध्यान नहीं था। सत्ता सुख और निगम में बड़े ओहदे पर जाने के लिए उन्होंने वार्ड बदलने में गुरेज नहीं किया। अब फिर से वे इस वार्ड में अपना भाग्य अजमाना चाह रहे हैं। ऐसे में वार्ड की जनता भी शिक्षित है और उसने भी अपना मन बना लिया है। भाजपा ने सत्ता में रहते जिस तरह से जनता को नकारा इसका ही नतीजा है कि विधानसभा और लोकसभा में उन्हें करारी हार मिली और अब निकाय चुनाव में भी जनता का आर्शीवाद कांग्रेस को मिलने की संभावना है। इसी के विपरित संजय पाण्डेय का मानना है कि उन्होंने वार्ड को नया स्वरूप दिया है। वार्ड आरक्षित होने से उन्होंने निगम में काबिज होकर भी वार्ड के लोगो के लिए हर संभव कार्य में सहयोग किया है। वार्ड में महिला मतदाताओं की संख्या बल पर जोर देते उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं की अधिकता है और साथ ही सामाजिक समीकरण सिर्फ बंग्यि प्रत्याशी होने से प्रभावित होगा ऐसा नहीं है। समाज के लोग जागरूक और शिक्षित हैं उन्हें आर्शीवाद मिलता रहा है और आगे भी जनता उन्हें सेवा का अवसर देगी।
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