मैक में ‘सापेक्षता के सिद्धांत’ पर व्याख्यान का आयोजन
रायपुर। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज, रायपुर में मंगलवार 12 सितंबर को कंप्यूटर साइंस विभाग के द्वारा विद्यार्थियों के लिए भौतिक विषय में व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. रागिनी पाण्डेय (सहा. प्राध्यापक) शासकीय दूधाधारी बजरंग महाविद्यालय रायपुर (छ.ग.) उपस्थित रही। सन् 1905 में अल्बर्ट आइंस्टीन ने सामान्य सापेक्षता के नियम का आविष्कार किया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य विज्ञान के छात्र-छात्राओं को सापेक्षता के विभिन्न सिद्धांतों से अवगत कराना है। यह नियम गुरुत्वाकर्षण का ज्यामिति सिद्धांत है और आधुनिक भौतिकी में गुरुत्वाकर्षण का वर्तमान विवरण है। सामान्य सापेक्षता न्यूटन के सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण के नियम को परिष्कृत करती है।
बीएससी के छात्र-छात्राएं को सापेक्षता के नियम कीे वीडियो एवं पाॅवर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विषय वस्तु से अवगत कराया। व्याख्यान में छात्र-छात्राओं के जिज्ञासा को प्रश्नउत्तर के माध्यम से दूर किया गया। विगत दिवस कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग द्वारा अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया, इसमें विषय – रोल आॅफ आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंट इन द करंट एरा पर आधारित रहा जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में क्रांति कुमार देवांगन उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता क्रांति कुमार देवांगन ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के समय मे ह्यूमन रिसोर्स तेज गति से कम कर रहा है, वर्तमान समय में बिग डाटा, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग की सहायता से कार्य आसान हो गये हैं। साथ ही Tetra Processing Unit (TPU) की सहायता से रिसर्च वर्क भी किया जा सकता है। यह कार्यक्रम काॅलेज के चेयरमेन राजेश अग्रवाल तथा प्राचार्य डाॅ. एम. एस. मिश्रा के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। व्याख्यान में श्रीमती रिषि पाण्डेय विभागाध्यक्ष एवं कंप्यूटर साइंस विभाग के समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित थे।