नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का गंभीर आरोप, भाजपा अपने वादे से मुकर रही, 12 हजार रूपये साल क्रिमिलेयर महिलाओं को नही देने की तैयारी
रायपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ.चरणदास महंत को पार्टी ने विधानसभा का नया नेता प्रतिपक्ष बनाया है. निर्वाचित विधायकों से रायशुमारी तथा कांग्रेस आलाकमान से चर्चा के बाद यह घोषणा की गई.
श्री महंत, गुजरे सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे. उसके पहले केंद्रीय राज्यमंत्री, लोकसभा सांसद और अविभाजित मध्य प्रदेश में गृह मंत्री की भूमिका भी निभा चुके हैं. इस लिहाज से उनके पास पर्याप्त संसदीय अनुभव और नेतृत्व करने का अनुभव है.
डॉ.चरणदास महंत प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में महंत के नेतृत्व में पार्टी ने जांजगीर जिले में आशातीत सफलता हासिल की है. नेता प्रतिपक्ष बनने पर उनसे हुई संक्षिप्त बातचीत के अंश :
विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद अब नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी, कैसे देखते हैं इसे.
केंद्र में मंत्री बनने के पहले मैं सांसद रहा. सदन में मेरी भूमिका तीखापन से निभाया. यहां कभी विधायक नही रहा इसलिए तेवर दिखाने का मौका नही मिला. लेकिन अब नेता प्रतिपक्ष के रूप में लोग मेरा तीखापन देख सकेंगे.
क्या यह तीखापन कांग्रेस में भी देखने को मिलेगा.
नही. पार्टी में तीखापन नही होगा. यहां प्यार से बात करेंगे. सबको समझाएंगे. हार—जीत लगी रहती है. उनके सुझाव लेंगे और सबके साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे.
नई सरकार बन चुकी है लेकिन किसान धान खरीदी को लेकर अभी भी असमंजस में है. इसके लिए क्या करेंगे.
किसानों को अब गलती का अहसास हो रहा है. किसानों को असमंजस में डाल दिया है भाजपा सरकार ने. महतारी वंदन योजना में भी कह रहे हैं कि क्रिमिलेयर को नही देंगे.
इस विधानसभा सत्र की क्या योजना है.
19 को विधायकों का शपथग्रहण होगा. उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. एक दिन बचेगा तो अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी. कोशिश करेंगे कि सरकार को उसके वादे याद दिलाएं.
अगले चुनाव लोकसभा के हैं, कैसे साधेंगे पार्टी को.
यही सबसे ज्यादा जवाबदारी और चुनौती है. सबको साधकर आगे बढ़ना है. पिछली बार दो लोकसभा सीटें जीती थीं, इस बार ज्यादा जीतने का विश्वास है. कांग्रेस आलाकमान के भरोसे पर खरा उतरेंगे.