नासिक और बेंगलुरू से आ रहा टमाटर, इसलिए 100 रुपए दाम
लोकल बाड़ी में पैदावार नहीं होना भी वजह
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित देशभर में टमाटर की कीमत आसमान छूने लगा है। न केवल छत्तीसगढ़ में, बल्कि देशभर में टमाटर के दाम 100 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है। मानसून में देरी की वजह से लोकल पैदावारी प्रभावित हो गई है, इसलिए बेंगलुरू और नासिक से टमाटर मंगवाया जा रहा है। बारिश के सीजन में बेंगलुरू और नासिक ही टमाटर उत्पादक क्षेत्र है, जहां न केवल छत्तीसगढ़ राज्य, बल्कि देशभर में टमाटर सप्लाई होती है।
किसानों के मुताबिक देशभर में बेंगलुरू से ही टमाटर की सबसे ज्यादा सप्लाई हो रही हैं। यहां पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से टमाटर उत्पादन गर्मी के महीनों में भी होता है। नासिक से भी टमाटर का उत्पादन बड़े पैमाने में किया गया है, लेकिन यहां से टमाटर 15 दिनों बाद निकलेगा। इस तरह दोनों ही स्थानों से टमाटर देश के सभी जगह भेजे जाएंगे और दाम में थोड़ी कमी आएगी।
इस तरह बढ़ गए टमाटर के दाम
वर्तमान में बेंगलुरू का टमाटर प्रदेशभर में आ रहा है। बेेंगुलरू में टमाटर प्रति किलो करीब 35 से 40 रुपए मिल रहे हैं। वहां से यहां लाने का भाड़ा प्रति किलो 10 रुपए लग रहे हैं। यहां से थोक सब्जी मार्केट में प्रति किलो 10 रुपए मार्जिन लेकर बेच रहे हैं। यानी थोक रेट 55 से 60 रुपए प्रति किलो है। थोक मार्केट से दलाल 10 से 15 रुपए प्रति किलो जोड़कर बेच रहे हैं, जो चिल्हर मार्केट में आम लोगों को 80 रुपए से लेकर 100 रुपए तक बेचा जा रहा है।
इसलिए नहीं हो रही लोकल पैदावारी
किसानों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में मार्च-अप्रैल में ही लोकल बाड़ियों से टमाटर खत्म हो चुका है। यहां टमाटर की नर्सरी जुलाई में लगना शुरू होगी। सितंबर आखिरी में यहां टमाटर निकलना शुरू होगी। यही टमाटर लोकल और दीगर राज्यों में भी भेजी जाएगी।
इस तरह चलता है टमाटर का सीजन
छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा टमाटर की पैदावारी दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक में होती है। यहां का टमाटर उसी बेंगलुरू और नासिक तक जाता है, जहां से अभी टमाटर यहां आ रहा है। तीन महीने के बाद बेंगलुरू और नासिक में टमाटर की वर्तमान फसल समाप्त हो जाएगी, तब छत्तीसगढ़ का टमाटर तैयार हो जाएगा और वहां के लोग यहां से टमाटर अपने राज्यों में लेकर जाएंगे।