अगहन मास का आज पहला गुरुवार : अगहन गुरूवार में व्रत रखने से घर में आती है सुख, समृद्धि

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महिलाएं भोर में करती हैं मां लक्ष्मी की पूजा

रायपुर। अगहन माह में गुरुवार का विशेष महत्व है। पहला गुरुवार 29 नवंबर को पड़ रहा है। इस बार अगहन माह में कुल 4 गुरुवार हैं 29 नवंबर, 6 दिसंबर, 13 दिसंबर और 20 दिसंबर को। शास्त्रों के अनुसार अगहन गुरूवार में व्रत रखने से घर में सुख, समृद्धि आती है। अधिकांश महिलाएं इस व्रत को रखती हैं और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करती हैं। गुरुवार की पूजा की तैयारी बुधवार से ही शुरू हो जाती है। पुष्प आंवला, अमरूद, आंवला आदि आवश्यक सामग्री होते हैं। बुधवार रात को ही घर की साफ-सफाई कर पूरी तैयारी कर ली जाती है।

बनाएं जाते हैं मां लक्ष्मी के पदचिन्ह


बताया गया कि पूजा की तैयारी में महिलाओं ने गुरुवार से पहले ही बुधवार को घर के द्वार से लेकर पूजा-स्थल तक चावल आटे के घोल से मां लक्ष्मी के पद चिन्ह एवं आंगन में अल्पना सजाए जाएंगे। गुरुवार की सुबह सूर्य निकलने से पहले महिलाएं स्नान कर मां लक्ष्मी की पूजा-अचर्ना करेंगी। यहीं क्रम दोपहर व शाम को भी चलेगा, दिनभर में अलग-अलग समय पर विभिन्न प्रकार के भोग भी लगाए जाएंगे।

सुबह 4 बजे से पूजा शुरू हो जाती है। इस दिन दिनभर घर में झाडू नहीं लगाते। सुबह के बाद दोपहर और फिर शाम को भी लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से चंद्रदेव की कृपा प्राप्त होती है।  मान्यता अनुसार अगहन माह महालक्ष्मी का महीना माना जाता है। माहभर महालक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती है। मान्यता अनुसार गुरूवार को इनका आगमन ऐसे भक्त के घर होती है, जिनके घर में साफ-सफाई, सजावट व मन वचन और कर्म में पूरी सात्विकता रहती है।

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