हमने बस्तर-सरगुजा को बदल दिया है , विधानसभा में मुख्यमंत्री का विपक्ष पर ताबड़तोड़ हमला
– अविश्वास प्रस्ताव पर नक्सली मुद्दा नहीं, यह हमारी बड़ी उपलब्धि
आधी रात के बाद अविश्वास प्रस्ताव मुंह के बल गिरा
– सीएम के भाषण के बीच भाजपा विधायकों ने सदन छोड़ा
रायपुर । लगभग तेरह घण्टे चली बहस के बाद शुक्रवार को आधी रात के बाद सरकार के खिलाफ भाजपा की तरफ से प्रस्तुत किया गया अविश्वास प्रस्ताव मुंह के बल गिर गया। बहस के अंत में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले किए। हालांकि भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करके मुख्यमंत्री के भाषण को बाधित करने की कोशिश की पर मुख्यमंत्री नहीं रुके। इसके बाद मुख्यमंत्री के भाषण के बीच भाजपा विधायकों ने सदन का बहिष्कार कर दिया। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पिछले पौने पांच साल में प्रदेशवासियों के जीवन स्तर में बदलाव आया है। खासकर बस्तर और सरगुजा को बदलने में कांग्रेस की राज्य सरकार ने सफलता हासिल की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष द्वारा प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दों में कोई तथ्य नहीं है। प्रजातंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है कि वे अविश्वास करे। सत्ता पक्ष के पास भी मौका होता है कि अपनी बात रखें। इन्होंने 109 आरोप लगाए पर कोई तथ्य नहीं दिए। पहले जब अविश्वास प्रस्ताव आता था तब नक्सली समस्या पर पहले बात होती थी। इस बार सदस्यों ने नही की। ये हमारी उपलब्धि है। आप इंद्रावती के उस पार गए क्या ये संभव था। ये इसलिए हुआ कि इस समस्या पर काम हुआ।
अब बस्तर में रिश्ता करने में दिक्कत नहीं
उन्होंने कहा कि अभी भेंट मुलाकात में बस्तर में रात रुका, सभी से मिला। जो सबसे बड़ा कमेंट मिला जिसने मेरे दिल को छू लिया। जैन समाज के लोगों से मैंने पूछा कि इन चार सालों में क्या फर्क आया। उन्होंने कहा कि रिश्ता करने में बस्तर में अब दिक्कत नहीं होती है। आसानी से लोग रिश्ता दे देते हैं क्योंकि बस्तर बदल गया है। पहले बस्तर में सड़कें काट दी जाती थी आज सड़के काटी नहीं जाती, ये परिवर्तन बस्तर में देखने को मिला है। पिछली सरकार ने जो स्कूल बंद करा दिए थे, उसे हमने आरम्भ कर दिया। राशन पहुंचाना भी पहले टेढ़ी खीर थी। अब कितना आसान हो गया है। ये बदलाव आया है। जब हमारी सरकार बनी तो हमने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की बात की। आज हमने किसानों की जिंदगी बदली है। बस्तर, सरगुजा में परिवर्तन हुआ है। महिलाओं के जीवन मे बदलाव आया है। जब बच्चे फर्राटेदार इंग्लिश में बोलते हैं तब संतोष होता है।
बस्तर से उल्टी-दस्त का एक भी सवाल नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मैं डीएमएफ के बारे में जानकारी देता हूं। मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने मीटिंग ली। सभी खदान आदिवासी अंचल में थी। मैंने पूछा कि आदिवासियों के जीवन मे क्या परिवर्तन आया। उन्होंने कहा कि नहीं आया। हमने कहा कि यह होना चाहिए। हमने कहा कि इससे स्कूल बनाओ, सड़क बनाओ। डीएमएफ का तभी सही उपयोग होगा। मलेरिया में हमने बड़ा काम किया और यह काफी घट गया। उल्टी दस्त का एक भी प्रश्न विधानसभा में बस्तर से नहीं लगा। बस्तर में आज डॉक्टर है, नर्स हैं। ब्लड बैंक बनवाये गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कबीर की भूमि है। बाबा गुरु घासीदास की भूमि है। शांति का टापू है। अपनी संस्कृति के लिए हम काम कर रहे हैं।
सर्वाधिक छापे छत्तीसगढ़ में
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की सभी जांच एजेंसियों ने छत्तीसगढ़ में डेरा डाल दिया है। सभी राज्यों से ज्यादा छत्तीसगढ़ में छापे पड़े हैं। एक आदमी के घर दो दो तीन तीन बार छापे मारे जा रहे हैं। पता नही क्या खोज रहे हैं। उन्होंने कहा कि अवैध शराब बिकी है तो शराब निर्माता और अधिकारी जिम्मेदार हैं। फिर शराब निर्माताओं पर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है। उनकी सम्पतियों को जब्त क्यों नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोयला घोटाला की बात केवल बदनाम करने के लिए की जा रही है। उनकी योजना तो कोयला के साथ गैस निकलने की भी थी, जिसे हमने सफल नही होंने दिया। हमने वो इलाका एलिफेंट कॉरिडोर बना दिया। इस बात की चिढ़ है। इसलिए ये सारी जांच एजेंसियां यहां आ रही हैं।
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