माँ आनांदिनी फाउंडेशन में सजी गीतों की महफिल
रिमझिम गिरे सावन के गीतों में सजी आनांदिनी फाउंडेशन की सुरमयी शाम
रायपुर। झन भुलाव माँ बाप ला.. परिवारिक संस्था माँ आनांदिनी फाउंडेशन द्वारा शानदार सदाबहार गीतों से सजी सुरमई शाम का आयोजन 5 जुलाई को शाम 6 बजे से किया गया। इस कार्यक्रम में उम्दा गायक कलाकार एवं गायिकाओं के द्वारा शानदार गायिकी एवं गीतों की प्रस्तुति,,,अहीगिरि नंदिनी स्तुति,,, कभी किसी को मुक्कबल जहां,,अनामिका पांडे..। चलो सजना जहा तक घंटा चले,हरजीत कौर,, बेकरार कर के हमे यूं ना जाइए। ममता कक्कड़ , होशवालो को खबर क्या चीज है। अमरजीत कौर ,,, रहें ना रहे हम महका करेंगे। रेखा मूर्ति,, दिल हम हुम हुम करे भूमिसागर,, सतीश। सुंदरानी के द्वारा,, मेरा चांद नजर आया है मुझे,,, दिल है की मानता नही,, जॉन मसीह,, नीले नीले अबर में,, अपने मस्त अंदाज से श्रोताओं का मन मोह लिया। सी पी सोना ,,कितनी खूबसूरत कश्मीर हे। नंदिनी जी आती रहेगी बहारे,जाती रहेंगी बहारे,संग जी, एस कालसी ,हरिराम जी ने तुम्हे और क्या क्या दु दिल के सिवा,, संजय भगलाकर ,, मेरी तमनाओं की तस्वीर तुम सवार दो।,, अरुण पटले ,,रिमझिम गिरे सावन,,हरनाम तलरेजा,, हम तुम्हे चाहते हैं ऐसे,,,,बहुत अच्छे गीतों की प्रस्तुति दे कर श्रोता ओ दिल लूट लिया।??