भाजपा के आरक्षण विरोधी चरित्र के कारण विधेयक 8 माह से राजभवन में फंसा : बैज
रायपुर । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल से तत्काल हस्ताक्षर करने का आग्रह किया है। उनका कहना है, भाजपा के आरक्षण विरोधी चरित्र के कारण आरक्षण विधेयक 8 माह से राजभवन में फंसा है। सामाजिक न्याय को लागू करने के लिए यह आवश्यक है कि यह विधेयक कानून का रूप धारण करे। आरक्षण विधेयक लंबे समय तक रोका जाना लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। अतः जनहित में इस विधेयक पर तत्काल हस्ताक्षर होना चाहिए।
श्री बैज ने कहा, यह विधेयक राज्य के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस विधेयक में सभी वर्ग के लोगों को उनकी आबादी के अनुपात में तथा उनके सामाजिक और आर्थिक हालात के अनुसार भागीदारी सुनिश्चित करने का काम किया गया है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि भाजपा आरक्षण विधेयक पर अपना मत स्पष्ट करे कि वह आरक्षण संशोधन विधेयक के किस पहलू से असहमत और क्यों राजभवन में आरक्षण संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं होने दे रही है? भाजपा को आदिवासी समाज को दिए गए 32 प्रतिशत आरक्षण पर आपत्ति है अथवा वह अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए किए गए 27 प्रतिशत आरक्षण से असहमत है? भाजपा को इस बात का विरोध है कि नए आरक्षण विधेयक में अनुसूचित जाति के लिए किए गए 13 प्रतिशत आरक्षण के लिए विरोध कर रही है? या गरीब सवर्णों के 4 प्रतिशत आरक्षण के विरोध में भाजपा है? भाजपा की बदनीयती का खामियाजा आरक्षित वर्ग भुगत रहा है।