कोतापल्ली के जंगल में मुठभेड़ के बाद हथियार छोड़ भागे नक्सली
- डीआरजी ,बस्तर फाइटर्स व कोबरा की सयुंक्त टीम के साथ हुई मुठभेड़
- 5-6 नक्सलियों को गोली लगने की खबर, जवान सुरक्षित
कोंटा। सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र में बुधवार को नक्सल आपरेशन पर निकली संयुक्त फोर्स व नक्सलियों के बीच 1 घंटे से अधिक फायरिंग होती रही। मुठभेड़ स्थल से जवानों ने भारी मात्रा में विस्फोटक व हथियार बरामद किया है। जिस तरह से नक्सली हथियार छोड़कर भागे और मौके पर मिले खुन के धब्बे से उससे कयास लगाया जा रहा है कि 5-6 नक्सलियों को गोली लगी है, जिन्हे साथी नक्सली अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे।
आईजी सुदरराज पी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बुधवार को नक्सल अभियान के लिए डीआरजी, बस्तर फाइटर्स व कोबरा 201 बटालियन की संयुक्त टीम नक्सल ऑपरेशन के रवाना किया गया था। पुलिस को पुख्ता जानकारी मिली थी कि थाना चिंतलनार क्षेत्र के ग्राम नागाराम एवं कोत्तापल्ली के जंगलों में नागाराम एलओएस के नक्सलियों की मौजूदगी है, जिसके बाद आपरेशन लांच किया गया था। इस दौरान नक्सलियों व सुरक्षाबलों के जवानों के बीच कोत्तापल्ली व नागाराम के जंगलों में मुठभेड़ हुआ। जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी जंगल का आड़ लेकर भागने में सफल रहे। मुठभेड़ स्थल की सर्चिंग में जवानों ने खुन के धब्बे के अलावा दो बंदूक व भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। घिसटने के निशान व खून के धब्बे से 5-6 नक्सलियों को गोली लगने की संभावना है, जिसे साथी नक्सली अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे। मुठभेड़ के बाद सयुंक्त सुरक्षाबल द्वारा इलाके में लगातार सर्चिंग की जा रही है। आईजी ने कहा कि टीम के वापस लौटने पर विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। जवान सुरक्षित है और इलाके की सर्चिंग कर रहे है।
भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
सर्चिंग के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को ढेरे को ध्वस्त कर दिया। ढेरे से भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किया गया है। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही एडीजी नक्सल अभियान विवेकानंद सिन्हा ने सुकमा जिले के बेदरे स्थित सीआरपीएफ कैम्प में जवानों से मुलाकात कर अभियान की समीक्षा कर नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन की रणनीति बनाई थी, जिसके परिणाम स्वरूप जवानों ने माओवादियों के खिलाफ आपरेशन चलाकर नक्सलियों को खदड़ने में कामयाब रहे।