केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भूपेश सरकार के खिलाफ 104 पन्ने का आरोप पत्र किया जारी
आने वाला चुनाव छत्तीसगढ़ के सुनहरे भविष्य को तय करना वाला: अमित शाह
रायपुर । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि आने वाला चुनाव छत्तीसगढ़ के सुनहरे भविष्य का चुनाव है। जनता को तय करना है कि हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार करने वाली कांग्रेस सरकार चाहिए या विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाली भाजपा सरकार चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के दरबारियों की सरकार को बदलना है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने आज दोपहर यहां डीडी उपाध्याय सभाभवन में राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ आरोपपत्र जारी किया। इस मौके पर प्रभारी ओम माथुर के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, राज्यसभा सदस्य सरोज पाण्डेय, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रेमप्रकाश पाण्डेय, अजय चंद्राकर व राजेश मूणत समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
अमित शाह ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की राज्य में वादाखिलाफी की सरकार चल रही है। जिस सरकार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिल कर आगे बढ़ना चाहिए था, लेकिन कांग्रेस ने यहाँ पांच साल तक लूट खसोट की सरकार चलाई । इस दौरान अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य से बाहर निकलकर विकसित राज्य की श्रेणी में लाकर 15 साल तक राज्य की रमन सरकार ने कार्य किया। पांच सालों में छत्तीसगढ़ को बहुत पीछे तक ले गई ये कांग्रेस की सरकार, अब भाजपा फिर से इस राज्य को आगे लेकर जाएगी, आज सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया गया है।
भाजपा ने 104 पन्ने का आरोप पत्र जारी किया है। जिसमें अटल बिहारी के संदेशों को भी शामिल किया गया। इसके अलावा भाजपा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र के कई बिंदुओं की पोल खोली है। साथ ही कांग्रेस की प्रमुख योजनाओं पर सवाल उठाया। वहीं नक्सल घटनाओं के जरिए सरकार पर टारगेट किलिंग का आरोप भी आरोप लगाया। आरोप पत्र में जंगल में वन्य प्राणियों के तस्करों का साम्राज्य, मानव हाथी के बीच संघर्ष में भ्रष्टाचार, निर्माण कार्य ठप्प, अभिवक्ति का गला घोंटने वाली कांग्रेस, नक्सल घटना के बहाने टारगेट किलिंग का आरोप, सहायक शिक्षकों का दमन करने वाली सरकार तथा उद्योगों के साथ केवल कागजों में हो रहे एमओयू को शामिल किया गया है।
आरोप पत्र के मुख्य बिंदू –
👉 जंगल में वन्य प्राणियों के तस्करों का साम्राज्य ,
👉 मानव हाथी के बीच संघर्ष में भ्रष्टाचार
👉 निर्माण कार्य ठप्प
👉 अभिवक्ति का गला घोंटने वाली कांग्रेस
👉 नक्सल घटना के बहाने टारगेट किलिंग का आरोप
👉 सहायक शिक्षकों का दमन करने वाली सरकार
👉 उद्योगों के साथ केवल कागजों में हो रहे MOU