कांकेर में खुला प्रदेश का पहला सरकारी इंग्लिश मीडियम कॉलेज
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया वर्चुअल लोकार्पण, इस साल 10 और नए कॉलेज खुलेंगे
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पहले सरकारी इंग्लिश मीडियम कॉलेज का लोकार्पण आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया। कांकेर में प्रदेश का पहला स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम आदर्श महाविद्यालय का वर्चुअल लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम स्थल से संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी सहित और विधायक भी जुड़े। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के गरीब से गरीब परिवार के छात्रों को भी उत्कृष्ट शिक्षा दिलाने के लिए हमने वर्ष 2020 में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय की शुरुआत की। यह योजना प्रदेश में काफी लोकप्रिय हुई। भेंट मुलाकात के दौरान प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्री में स्वामी आत्मानंद विद्यालयों की मांग की जाती थी।
प्रदेश में 10 और नए इंग्लिश मीडियम कॉलेज खोले जाएंगे
प्रदेश में आज स्वामी आत्मानंद योजना के अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम के 377 और हिंदी माध्यम के 350 स्कूल संचालित हो रहे हैं। स्कूलों के साथ- साथ हमने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम कॉलेजों की भी शुरुआत करने का फैसला लिया है। इस साल 10 कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा है, इन्हीं मैं से एक कॉलेज का लोकार्पण कांकेर में किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम से जो बच्चे हायर सेकेंडरी स्कूलों से पढ़कर निकलेंगे, उन्हें स्वामी आत्मानंद अंगेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालयों में आगे भी इसी माध्यम से शिक्षा मिलती रहेगी। पिछले साढ़े चार सालों में 26 हजार 989 शिक्षकों की भर्तियां निकाली गई हैं। पहले 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्तियां निकाली गई थी, इनमें से 10 हजार 834 शिक्षकों को स्कूलों में नियुक्तियां दी जा चुकी है।
हाल ही में 12 हजार 489 शिक्षकों की और भर्तियां निकाली है, जो कि प्रक्रिया में है। बस्तर संभाग के सभी जिलों में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ काम किया गया है। बस्तर संभाग के 314 बंद स्कूलों को फिर से खोला गया है।
जेईई क्वालिफाइड बच्चों से मिले सीएम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जिले में शिक्षा “हमर लक्ष्य ” अभियान के तहत चयनित छात्रों ने बातचीत की। यहां जिले के 75 बच्चों ने जेईई में क्वालिफाई किया है। इसमें से 3 बच्चों का चयन एनआईटी रायपुर और 1 बच्चे का चयन सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में हो चुका है। इन चारों छात्रों को पढ़ाई के लिए सहयोग राशि भी सरकार की तरफ से दी गई।