साय के मंत्रियों की गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग फिजूल की कवायद : कांग्रेस
भाजपा सरकार के मंत्री कहीं भी प्रशिक्षण ले ले कमीशन खोरी, भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग नहीं छोड़ सकते
5 महीने में साय सरकार की सुशासन की पोल खुल गई मंत्रियों को गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग देना पड़ रहा
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने मंत्रियों को गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग पर तंज कसते हुए कहा कि साय के मंत्रियों की गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग फिजूल की कवायद है। 5 महीने में ही साय सरकार की सुशासन की पोल खुल गई। भाजपा सरकार के मंत्रियों और नेताओं के आम जनता के साथ दुर्व्यवहार जग जाहिर हो गया है, गुड गवर्नेंस की ट्रेनिंग लेने यह कहीं भी जाएं लेकिन भाजपा में मिले कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार करने की प्रशिक्षण को छोड़ नहीं सकते हैं। भाजपा सरकार के मंत्रियों और नेताओं को तो सबसे पहले भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी की अपनी आदत को छोड़ना होगा और आम जनता के मूलभूत समस्याओं का निराकरण करना होगा। उनकी बुनियादी जरूरत को पूरा करना होगा और झूठ बोलना छोड़ना होगा, तभी गुड गवर्नेंस की सोच पूरा होगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों में गरीब असहाय मजबूर जनता की सेवा करना नहीं है। चंद्र पूंजीपतियों के आगे पीछे पूरी इनकी सरकार चलती है। 15 साल के रमन भाजपा सरकार के दौरान भी प्रदेश की जनता प्रशासनिक अराजकता, भ्रष्टाचार, कमीशन खोरी से हताश और परेशान रही है। हर विभाग में वसूली होता था, गरीबों के लिए योजनाएं बनती थी और उसका लाभ कुछ लोगों को मिलता था। भाजपा की कथनी और करनी में यही अंतर रहता है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान पूरे प्रदेश में जनता खुशहाल थी, समय पर सरकारी दफ्तरों में जनता की समस्याओं का निराकरण होता था, किसानों को उनकी उपज का सही कीमत मिलता था, युवाओं को रोजगार मिलता था, हर वर्ग के लिए सरकार योजना बनाकर काम की थी। 5 महीने में उसे गुड गवर्नेंस को भाजपा की सरकार ने पूरी तरीका से निरस्त नाबूत कर दिया और 5 महीने में ही भाजपा सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार उजागर होने लगे हैं।