गंदगी से सराबोर ग्राम कुडुमकेला का बाजार परिसर, सरपंच सचिव की घोर लापरवाही सामने आई
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह तीसरा कार्यकाल चल रहा है, प्रथम कार्यकाल में उनके द्वारा स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ किया था , जो की किसी प्रधानमंत्री द्वारा पहली बार इस तरह की महत्वपूर्ण चीज पर ध्यान दिया गया। हमारा देश स्वच्छ रहे इसी लिए सरकार द्वारा बजट में लाखों खर्च भी किया जाता है। फिर भी उसका कोई असर नहीं दिख रहा है, खासकर ग्राम पंचायत कुडूमकेला में, जो की घरघोडा विकासखंड का सबसे पुराना और बड़ा पंचायत में आता है । आज वहा के बाजार परिसर में इतनी गंदगी फैली रहती है, फिर भी उस गंदगी को जिम्मेदार लोग आंख मूंद कर देख रहे हैं। उसी गंदगी वाले रास्ते से रात और दिन स्कूली बच्चे, ग्रामीण और बुजुर्ग लोग,ग्राम पंचायत के जन प्रतिनिधि सरपंच, सचिव,पार्षद, बिडिसी आदि सभी का आवाजाही है लेकिन बाजार परिसर में फैले इस गंदगी को नजर अंदाज कर रहे हैं। विगत कई वर्षों से पंचायत द्वारा बाजार परिसर के इस गंदगी को साफ करने का ठेका भी दिया गया है, जिसका कोई मतलब नहीं निकल रहा है। इसी रास्ते से छोटे-बड़े स्कूली बच्चे स्कूल जाते है और बस स्टैंड, बाजार, मेन रोड, दुकान, पंचायत होने के कारण ये गांव का मुख्य मार्ग भी है लेकिन इसी गंदगी भरे रास्ते से लोगों को गुजरना पड़ता है। बरसात में तो हालात और ज्यादा खराब है चारों तरफ गंदगी फैली हुई है,सब्जी फल फूल, कचड़े के सड़ने के बाद बुरी तरह से दुर्गंध देने लगते हैं, ऐसी स्थिति में तो इस रास्ते से गुजरना भी मुश्किल हो जाता है, लेकिन फिर भी पंचायत के जनप्रतिनिधि आंख मूंद कर सो रहे हैं, जबकि ग्राम सभा में भी इसके लिए कई बार आवेदन किया गया था। पंचायत द्वारा एक ठेकेदार को इस बाजार की साफ सफाई करवाने के लिए ठेका भी दिया गया है, बाजार के दुकानदारों से हजारों वसूली किया जाता है, फिर भी हमेशा गंदगी फैली रहती है । इस संबंध में सरपंच और जनपद पंचायत अधिकारी को भी कई बार आवेदन दिया गया लेकिन कोई काम नहीं आया । आपको बताना चाहते हैं कि इस प्रकार गंदगी रहेगी तो हमारा गांव कैसा दिखेगा जरा कल्पना कीजिए। कई बार इस संबंध में जनपद पंचायत में भी पत्र व्यवहार किया गया लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई अभी तक नहीं हुई । इस संबंध में सरपंच, सचिव की भी घोर लापरवाही सामने आ रही है। ग्रामीणों का मांग है कि जल्द से जल्द सफाई की जिम्मेदारी महिला समूह को दिया जाए ताकि कुडूमकेला के बाजार परिसर की सफाई सुचारू रूप से हो और गांव स्वच्छ और सुंदर दिखे। जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के लिए अपील किया गया था उसका असर किसी भी नगर, गांव और शहर में देखने को नही मिल रहा है।