नियमों का नहीं हो रहा पालन, बिना सुरक्षा-व्यवस्था पटाखा दुकानों से पटा बाजार
घरघोड़ा (गौरी शंकर गुप्ता)। दीपावली त्यौहार के पास आते ही घरघोड़ा शहर को हर वर्षों की भांति क्या बारूद के ढेर पर लगता रहेगा बाजार ? ये सवाल इस लिए उठ रहा है क्योंकि हर वर्षों पटाखे की दुकानें नगर के जय स्तम्भ चौक के आस पास लगाया जाता है जहां दिन रात भारी भीड़ विशेषकर बाजार के दिन तथा त्यौहारों में भीड़ लगी रहती है ऐसे में जोकिम लेकर पटाखा दुकानों का भरे बाजार संचालन कहीं से भी उचित नही माना जा सकता। जय स्तम्भ चौक नगर का हृदय स्थल होने के साथ शहर का मुख्य व्यावसायिक केंद्र भी है इस वजह से पटाखा जैसे ज्वलनशील पदार्थ का भंडारण एवं विक्रय किसी अनहोनी को आमंत्रित करना प्रतीत होता है ।
बिना सुरक्षा उपायों के लगाई जाती है दुकानें
नगर के बीच बाजार लगने वाले पटाखा दुकानों को देखें तो याता यात बघित कर पटाखों की दुकान लगाते है पर सुरक्षा के नाम पर ऐसा कोई उपाय दुकानदारों द्वारा नहीं की जाति है। यहा तक की संभावित अनहोनी से बचने के लिए पानी तक की व्यवस्था नहीं रहती। ताकि किसी संभावित हादसे को कुछ हद तक बचाव किया जा सके।
प्रशासन कब तक बना रहेगा दर्शक
इस गम्भीर विषय पर प्रशासन की मुकदर्शी से नगर वासीयो को चिंतित करना पर्याप्त है इसे देखते हुए प्रशासन के द्वारा पटाखा दुकानों को खुली जगह में पूर्ण सुरक्षा उपायों के सात दुकानदारों को दिशा निर्देश व सुझाव देकर समय रहते कसी शंका कुशंका से बचा जा सकता है। क्योंकि कभी कभी छोटी सी चिंगारी शोले का रूप धारण कर लेती है यदि ऐसा समय आ गया तो इसका जवाब कोन देगा ?