घुर कर देखने पर आरोपियों ने कर दी हत्या, तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े
नगरी। 29 मई को मृतक पंकज ध्रुव रात्रि लगभग 8 बजे पीकप क्र. सीजी 05 ए०क्यू० 3416 में ग्राम बिरगुड़ी से कलिन्दर (तरबूज) भरकर राजनांदगांव मंडी जा रहा था। प्रार्थी पीछे ट्राली तरफ कलिन्दर (तरबूज) के ऊपर सोया था कि रात्रि करीबन 12.30 बजे केरेगांव का चाय दुकान वाला प्रार्थी को जगाकर बताया कि 3 लड़के बाइक से आये और तुम्हारे ड्रायवर को चाकू मारकर नगरी तरफ भाग गए। तब प्रार्थी उठकर देखा तो ड्रायवर पंकज ध्रुव खून से लथपथ पीकप के पास दुकान के सामने चित हालत में पड़ा था। बातचीत नहीं कर पा रहा था।
प्रार्थी ने चाय दुकान वाले से घटना के संबंध में पूछा तो बताया कि ड्रायवर गाड़ी खड़ेकर चाय पीने आया था, चाय नहीं है बोला तो अंडा खा रहा था। उसी समय धमतरी तरफ से एक मोटर साइकिल में 3 लड़के आये। एक लड़का सफेद रंग जैसा शर्ट पहना था और 2 लड़के सिर्फ पेंट पहने थे, शर्ट, बनियान नहीं पहने थे, जिसने मुझे पुछा की तुम कहां रहते हो, तो मैं बोला कि मैं केरेगांव का रहने वाला हूं, तब ड्रायवर को पूछे की तुम कहां रहते हो तो ड्रायवर बोला की मैं नगरी में रहता हूं,उसके बाद ड्रायवर अपने गाडी में जाकर बैठ गया। तभी तीनों लड़के आपस में बात किये इसको निपटा देते है कहकर ड्रायवर के पास जाकर किसी धारदार चाकूनुमा हथियार से ड्रायवर के दाहिने कंधे तरफ प्राणघातक हमला कर मार दिये, उसके बाद तीनों लड़के मोटर साइकिल से नगरी तरफ भाग गये। ड्रायवर मुझे बचा लो भैय्या कहते कण्डेक्टर साइड से उतरकर अपने सीने में हाथ रखकर लहराते हुए दुकान के पास आया और गिर गया,थोडी देर बाद केरेगांव पुलिस मौके पर पहुंच गया और 108 एम्बुलेंस वाहन भी पहुंच गया। जिसके बाद प्रार्थी अपने मालिक मृतक पंकज ध्रुव को 108 एम्बुलेंस वाहन से जिला अस्पताल धमतरी लेकर गये जहां डॉक्टर द्वारा चेक करने पर पंकज ध्रुव का मौत होना बताया। जिसके बाद प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना केरेगांव में अपराध क्र. 39/24 धारा 302, 34 भादवि.पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान केरेगांव पुलिस एवं सायबर टीम द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए अज्ञात आरोपियों की पतासाजी पर सीसीटीवी फुटेज,तकनीकी साक्ष्य एवं मुखबिर सूचना एवं आस पास के लोगों से एवं प्रत्यक्षदर्शी गवाह महाराज होटल के मालिक संतोष दुबे से पुछताछ पर बताये हुलिया के आधार पर पतासाजी करने पर आरोपी की पहचान 1. चन्द्रेश देवदास पिता चित्रसेन देवदास उम्र 19 वर्ष सा० ब्रम्ह चौक नयापारा, 02. हरीश साहू पिता भूपेन्द्र साहू उम्र 23 वर्ष, 03. रोशन यादव पिता स्व० सुमन यादव उम्र 21 वर्ष साकिनान नयापारा गोकुलपुर धमतरी के रूप में हुई उक्त तीनों को अभिरक्षा में लेकर गवाहो के समक्ष पूछताछ करने पर तीनों ने अपने अपने मेमोरण्डम कथन में घटना की रात्रि तीनों कोई गरियाबंद मोटर साइकिल से निकले थे मोटर सायकल चन्द्रेश लाया था। कर्मा चौक यादव होटल में अपने मोबाइल को 2500/- रूपये में बिक्री कर शराब पीये और गरियाबंद के लिए निकल गये,केरेगांव बस स्टैण्ड में चाय की दुकान खुली देखकर रूके उसी दुकान में एक पीकप का चालक अंडा खा रहा था, जो आरोपियों को घुर कर देखने पर गुस्से में तीनों ने शराब के नशे में मृतक के पीकप में बैठकर गरियाबंद का रास्ता पूछने के बहाने जाकर रोशन यादव एवं हरीश साहू उसको पकड़कर दबा दिये और चन्द्रेश देवदास अपने पास रखे चाकू से उसके दाहिने कंधे के नीचे पूरी ताकत से मारकर,तीनों मोटर सायकल में बैठकर गरियाबंद की ओर भाग गये,एक पेट्रोल पंप में सोये और दूसरे दिन जतमई, घटारानी होते हुये धमतरी वापस आ गये थे। घटना के समय पहने शर्ट एवं घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल एवं चाकू को चन्द्रेश अपने घर में छुपाकर रखना बताया। थाना केरेगांव द्वारा उक्त तीनों को साथ लेकर चन्द्रेश के घर से टीवीएस राईडर क्रमांक सीजी 05 ए०पी० 2059 तथा काले रंग का कव्हर लगा हुआ चाकू एवं पहने हुये शर्ट को रोशन एवं हरीश के पहने हुये शर्ट को हमारे समक्ष पृथक पृथक जब्त किया गया। आरोपियों का कृत्य अपराध सदर धारा का घटित करना सबूत पाये जाने से गवाहो के समक्ष विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
01 चन्द्रेश देवदास पिता चित्रसेन देवदास उम्र 19 वर्ष सा० ब्रम्ह चौक नयापारा,थाना धमतरी जिला धमतरी (छ.ग.)
02 हरीश साहू पिता भूपेन्द्र साहू उम्र 23 वर्ष, साकीन नयापारा गोकुलपुर धमतरी,थाना धमतरी जिला धमतरी (छ.ग.)
03 रोशन यादव पिता स्व० सुमन यादव उम्र 21 वर्ष,साकीन नयापारा गोकुलपुर धमतरी,थाना धमतरी जिला धमतरी (छ.ग.)
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी केरेगांव सउनि. प्रदीप सिंह, प्रआर० डिकेश सिन्हा, विनोद नेताम, बिरेन्द्र साहू, आर० जितेन्द्र ठाकुर, गणेश नेताम, नागेन्द्र पाण्डेय एवं सायबर टीम से प्र०आर० लोकेश नेताम, आर० मनोज साहू,विरेन्द्र सोनकर,फनेश कुमार साहू, दीपक साहू, झमेल राजपूत का विशेष योगदान रहा।