भिलाई में खुलेगा ललित कला अकादमी का रीजनल सेन्टर, इस्पात मंत्री ने कलाकारों को दी शुभकामनाएं
भिलाई। केंद्रीय इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी को सांसद विजय बघेल ने भिलाई मे शीघ्र ही ललित कला अकादमी के रीजनल सेन्टर खोले जाने की जानकारी दी। छत्तीसगढ़ी कलाजगत के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अति महत्वपूर्ण कदम उठाये जाने पर इस्पात मंत्री ने राज्य के कलाकारो को अग्रिम शुभकामनाये दी है और कहा है कि वे इस दिशा मे हरसंभव मदद करेंगे। मुलाकात के दौरान भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता, ललित कला अकादमी में राज्य के प्रथम बोर्ड मेम्बर डा. अंकुश देवांगन, संस्कार भारती के जिला अध्यक्ष कीर्ति व्यास, मंत्री हेमंत सगदेव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से रोशन ताम्रकार तथा लिलेश उपस्थित थे।
सांसद विजय बघेल ने केन्द्रीय इस्पात मंत्री को बताया कि देश की आजादी के बाद से आज तक ललित कला के सिर्फ सात सेन्टर बने हैं और भिलाई का यह आठवां सेंटर होगा। स्थानीय कलाकारो के हितार्थ यह उनकी महत्वाकांक्षी योजना है ताकि खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय, बस्तर और सरगुजा के प्रसिद्ध कलाकारों को भटकना न पड़े। भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने भी सांसद के बात का समर्थन करते हुए कहा कि इसके लिए भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपना स्कूल भवन पहले ही दे दिया है। और वे भी चाहते हैं कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय का यह प्रतिष्ठित संस्थान भिलाई मे शीघ्र स्थापित हो। इस दौरान अंकुश ने तेजी से विकसित हो रहे भारत देश में सेल के लोहे से भव्यतम कलाकृतियों के निर्माण की अवधारणा प्रस्तुत की जिसकी इस्पात मंत्री ने सराहना की। सांसद विजय बघेल ने अंकुश देवांगन का परिचय कराते हुए कहा कि वे क्षेत्र के जाने-माने कलाकार हैं जिनकी बनाई कलाकृतियां न सिर्फ भिलाई के चौक चौराहों की शोभा बढ़ा रही है बल्कि देश के अनेक शहरो में भी स्थापित हैं। डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने भी अंकुश के मूर्तिकला की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा बनाया गया सिविक सेंटर का कृष्ण अर्जुन रथ भिलाई शहर की शान है। वहीं भिलाई निवास के नटराज कलाकृति को भी उन्होंने ही बनाया है और दल्ली राजहरा में विश्व का सबसे बड़ा लौहरथ उनके कला का बेजोड़ नमूना है। अंकुश ने सांसद महोदय तथा डायरेक्टर इंचार्ज द्वारा ललित कला अकादमी रीजनल सेन्टर के लिए किए जाने वाले सद्प्रयासों के लिए छत्तीसगढ़ के समस्त कलाकारो की ओर से उनका आभार प्रकट किया है।